
करीब 13,050 फीट ऊंचे रोहतांग दर्रा में हुई बर्फबारी के बाद पर्यटन विकास निगम ने सैलानियों की सुविधा के लिए ट्रैवलर सेवा शुरू कर दी है। पहली बार पर्यटन विकास निगम रोहतांग दर्रा वाया कोकसर व अटल टनल होकर पर्यटकों को घुमा रहा है। इसके लिए निगम ने किराया 100 रुपये बढ़ाकर 700 से 800 रुपये प्रति सवारी कर दिया है। एक अन्य ट्रैवलर निगम मनाली से सिस्सू के बीच चला रहा है, जिसका किराया 500 प्रति सवारी है। निगम का कहना है कि जैसे मनाली में सैलानियों की संख्या बढ़ेगी तो एक और ट्रैवलर शुरू किया जाएगा। रोहतांग जाने के लिए एनजीटी के आदेश पर परमिट लेकर जाना जरूरी है, लेकिन ट्रैवलर शुरू होने से पर्यटकों को परमिट के झंझट से भी राहत मिल रही है।
रोहतांग में बर्फ में मस्ती करने के लिए निगम करीब दो घंटे का समय दे रहा है। दोनों ट्रैवलर मनाली से सुबह 10 बजे रवाना होते हैं और शाम पांच से छह बजे मनाली वापस पहुंचते हैं। पर्यटन परिवहन विकास निगम मनाली के अधिकारी तेजा सिंह राणा ने कहा कि सैलानियों की सुविधा के लिए निगम दो रूट पर ट्रैवलर चल रहा है।
एक ट्रैवलर मनाली-रोहतांग दर्रा को अब वाया ग्रांफू-कोकसर, अटल टनल रोहतांग व सोलंगनाला होकर चलाया जा रहा है। अटल टनल होकर मनाली-सिस्सू पर भी एक ट्रेवलर सेवा चल रहा है।
प्रदूषण से राहत के लिए सैलानियों ने किया पहाड़ों का रुख
दिल्ली-एनसीआर सहित मैदानी राज्यों में बढ़ते वायु प्रदूषण से बचने के लिए लोग बड़ी संख्या में सैलानी हिमाचल के पर्यटन स्थलों का रुख कर रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित एनसीआर और आसपास के शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) खतरनाक स्तर पर पहुंचने के बाद वीकेंड पर शिमला, मनाली, धर्मशाला, कुफरी, कसौली और चायल सहित अन्य पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की भीड़ उमड़ आई है।शिमला और मनाली के होटलों में ऑक्यूपैंसी 50 से 60 फीसदी तक पहुंच गई है। कसौली और चायल में 80 से 90 फीसदी कमरे बुक चल रहे हैं। धर्मशाला-मैक्लाडगंज में भी होटलों के 40 से 50 फीसदी कमरे बुक चल रहे हैं। फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष गजेंद्र चंद ठाकुर का कहना है कि पिछले कुछ हफ्तों से हिमाचल में पर्यटकों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।



