लेखक एवं पत्रकार तारिक फतेह ने कहा कि तीन तलाक के मुद्दे पर महिलाओं को खुद आगे आना होगा। कब तक महिलाओं की शादियांं कांट्रैक्ट पर होती रहेंगी। उन्होंने 15 साल की लड़कियों की शादी पर सवाल खड़े किए और कहा कि फतवे जारी करने वाले मौलवी को इस बारे में सोचने की जरूरत है।
शुक्रवार को बीएचयू के राजनीति विज्ञान विभाग में ‘भारत एवं दक्षिण एशिया समस्या व समाधान विषय पर आयोजित सेमीनार में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे तारिक फतेह ने मीडिया से बातचीत मुस्लिम वोटरों को ना-समझ नहीं समझना चाहिए। वह कोई बैल-बकरी नहीं है। उन्हें भी खुद सोच समझकर अपने हित में मतदान करना चाहिए। गुजरात में सर्वाधिक वोट मुस्लिम ही मोदी को देते रहे हैं।
सपा के झगडे पर उन्होंने कहा कि ये बादशाहत का झगड़ा है। गांधी परिवार, सपा परिवार , कब तक परिवारवाद- खानदानी राजनीति कब तक चलेगी ? उन्होंने कहा कि आतंकवाद का धर्म से सम्बन्ध है। इसके कई उदाहरण सामने हैं।