आखिरी दिन पुराने नोट जमा करने के लिए एसबीआई की मुख्य शाखा में पहुंचे जफराबाद के हरिशंकर निषाद ने कहा कि उनके पास सिर्फ दो हजार रुपये थे लेकिन भीड़ के कारण बैंक में जाने की हिम्मत नहीं पड़ रही थी। दो बार बैंक आया भी था तो लौट गया।
शुक्रवार को आखिरी दिन होने के नाते यह सोचकर आया था कि कुछ भी हो रुपये खाते में जमा करना ही है। अग्रणी बैंक प्रबंधक के मुताबिक विभिन्न शाखाओं में अंतिम दिन हजार और पांच सौ के अमान्य नोट 59.60 लाख रुपरये जमा किए गए।
जिले में कितने पुराने नोट जमा किए गए हैं इसका हिसाब अभी नहीं हो सका है। एसबीआई के शाखा प्रबंधक वरुण कुमार खान ने कहा कि जिले में हजार और पांच सौ रुपये के कितने नोट बैंक में जमा किए गए हैं इसका सही फीगर अभी नहीं मिल सका है।
पुराने नोट जमा करने की जो आरबीआई को सूचना गई है उसमें भी अभी अंतर आ सकता है। इसलिए कि डाकघर ने जितनी नोट जमा किया है वह सीधे आरबीआई को सूचना दी है और वही रुपया डाकघर ने एसबीआई के चेस्ट में जमा किया तो यहां से भी उसी नोट की रिपोर्ट आरबीआई को भेजी गई है।
मिसाल के तौर पर डाकघर ने 40 करोड़ जमा किए तो उसने चालीस करोड़ की रिपोर्ट आरबीआई को भेजी और वही चालीस करोड़ रुपये एसबीआई की चेस्ट में आया तो यहां से भी वही रिपोर्ट भेजी गई। इस तरह जमा हुआ रुपया 40 करोड़ और रिपोर्ट 80 करोड़ की हो गई।