
शेषसाई टेक्नोलॉजीज का आईपीओ (Seshaasai Technologies IPO) 23 सितंबर को खुला और 25 सितंबर को बंद होगा। कंपनी का प्राइस बैंड 402-423 रुपये प्रति शेयर है। आईपीओ खुलने से पहले ही ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयर का प्रीमियम बढ़ गया था। कंपनी इस आईपीओ से प्राप्त धन का उपयोग अपने मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स के विस्तार और कर्ज चुकाने के लिए करेगी। FY25 में कंपनी का प्रॉफिट मार्जिन 15.1% रहा।
आज मंगलवार 23 सितंबर से शेषसाई टेक्नोलॉजीज का आईपीओ (Seshaasai Technologies IPO) खुल गया है। इसका आईपीओ 25 सितंबर को बंद होगा। कंपनी के शेयर 26 सितंबर तक आवंटित होने की उम्मीद है। आईपीओ में शेयरों का प्राइस बैंड 402-423 रुपये है, जबकि लॉट साइज 35 शेयरों की है। यानी आप मिनिमम 35 शेयर और फिर इतनी ही लॉट में आवेदन कर सकते हैं।
कंपनी ने कल सोमवार को ही एंकर निवेशकों से 250 करोड़ रुपये जुटा लिए थे। आईपीओ खुलने से पहले ही ग्रे-मार्केट में शेषसाई टेक्नोलॉजीज के शेयर का प्रीमियम (GMP) गर्दा उड़ा रहा था। आईपीओ के पहले दिन भी इसका जीएमपी काफी हाई है।
शेषसाई टेक्नोलॉजीज का आईपीओ मेनबोर्ड का है और इसकी लिस्टिंग बीएसई-एनएसई पर 30 सितंबर को हो सकती है। इंवेस्टरगेन के अनुसार इसका जीएमपी 85 रुपये है, जो 20 सितंबर को 115 रुपये तक गया था। मौजूदा जीएमपी (85 रुपये) के आधार पर शेषसाई टेक्नोलॉजीज की लिस्टिंग 20.09 फीसदी प्रीमियम के साथ 508 रुपये पर हो सकती है।
हालांकि ध्यान रहे कि किसी भी कंपनी का जीएमपी लिस्टिंग तक घट-बढ़ सकता है।
क्या करती है शेषसाई टेक्नोलॉजीज
शेषसाई टेक्नोलॉजीज एक आईटी कंपनी है। ये बीएफएसआई (बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस) सेक्टर के लिए पेमेंट सॉल्यूशंस, कम्युनिकेशंस और फुलफिलमेंट सर्विसेज प्रोवाइड करती है। साथ ही ये विभिन्न उद्योगों के लिए IoT सॉल्यूशंस (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) भी प्रोवाइड करती है।
कौन-कौन हैं कंपनी के क्लाइंट्स
एसबीआई
एचडीएफसी बैंक
आईसीआईसीआई बैंक
केनरा बैंक
एक्सिस बैंक
कोटक महिंद्रा बैंक
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक
फिनो पेमेंट्स बैंक
यस बैंक
इनके 10 बड़े बैंकों के अलावा भी कई अन्य कंपनियां शेषसाई टेक्नोलॉजीज की क्लांट्स हैं। इनमें एसबीआई लाइफ, एचडीएफसी लाइफ और एचडीएफसी एर्गो शामिल हैं।
फंडिंग का कैसे करेगी इस्तेमाल
आईपीओ से आए फंड को कंपनी कई जगह खर्च करेगी। इनमें 198 करोड़ रुपये की राशि मौजूदा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स के विस्तार के लिए, 300 करोड़ रुपये कर्च चुकाने के लिए और बाकी पैसा सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए खर्च किया जाएगा।
प्रॉफिट मार्जिन है हाई
वित्त वर्ष 2025 में कंपनी का प्रॉफिट मार्जिन बढ़कर 15.1% हो गया। इसका मतलब है कि इसने प्रत्येक ₹100 के रेवेन्यू पर ₹15.1 कमाए।



