मध्य प्रदेश: दक्षिणी जिलों में अगले 3 दिन हल्की बारिश का अनुमान

मध्यप्रदेश में भारी बारिश का सिलसिला थम गया है। अब प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में मौसम साफ रहेगा, हालांकि दक्षिणी जिलों में अगले तीन दिन तक हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। मौसम विभाग ने भारी बारिश की संभावना से इनकार किया है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि मंगलवार को प्रदेश के ऊपर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहा, जिसके चलते कुछ इलाकों में बूंदाबांदी दर्ज की गई। आने वाले 24 घंटे में भी कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन इसके बाद बारिश की गतिविधियां और भी कम हो जाएंगी।

इंदौर-जबलपुर में भी मिला-जुला मौसम

भोपाल में मंगलवार को मौसम मिलाजुला रहा। दोपहर में तेज धूप रही, वहीं शाम होते-होते बादल छा गए। इंदौर और जबलपुर समेत कई जिलों में भी ऐसा ही मौसम देखने को मिला। शिवपुरी में हल्की बूंदाबांदी हुई।

मानसून की वापसी की स्थिति अनुकूल

प्रदेश के ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर और रतलाम जिलों से मानसून विदा हो चुका है। राजगढ़ और अशोकनगर के कुछ हिस्सों से भी मानसून वापसी कर चुका है। मौसम विभाग का कहना है कि अब पूरे प्रदेश से मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो गई हैं। बता दें कि इस साल मानसून ने मध्यप्रदेश में 16 जून को प्रवेश किया था, जो सामान्य तिथि से एक दिन बाद था। आमतौर पर 6 अक्टूबर तक मानसून विदा हो जाता है, लेकिन इस बार इसमें थोड़ी देरी हो रही है।

गुना में सबसे ज्यादा बारिश, शाजापुर सबसे सूखा जिला

इस मानसून सीजन में गुना जिले में सबसे अधिक 65.6 इंच बारिश दर्ज की गई। मंडला और रायसेन में भी 62 इंच से ज्यादा वर्षा हुई। वहीं श्योपुर और अशोकनगर में 56 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई। दूसरी ओर, शाजापुर (28.9 इंच), खरगोन (29.6 इंच), खंडवा (32 इंच), बड़वानी (33.5 इंच) और धार (33.6 इंच) प्रदेश के सबसे कम बारिश वाले जिले रहे।

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