भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में खुला, आरबीआई एमपीसी पर निवेशकों की निगाहें

मुंबई। कमजोर वैश्विक संकेतों के चलते भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत बुधवार को लाल निशान में हुई। सुबह 9: 40 पर सेंसेक्स 356 अंक या 0.48 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 73,870 और निफ्टी 129 अंक या 0.58 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,405 पर था।

आरबीआई एमपीसी के फैसलों का ऐलान 10 बजे गवर्नर संजय मल्होत्रा द्वारा किया जाएगा। जानकारों का मानना है कि केंद्रीय बैंक रेपो रेट में 25 आधार अंक की कटौती कर सकता है।

लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में भी गिरावट बनी हुई है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 539 अंक या 1.08 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 49,298 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 165 अंक या 1.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,223 पर था।

सेक्टोरल फ्रंट पर ऑटो, एफएमसीजी, कंजम्पशन इंडेक्स हरे निशान में थे। आईटी, पीएसयू बैंक, फार्मा, मेटल, रियल्टी, इंफ्रा और कमोडिटीज में लाल निशान में कारोबार कर रहे थे।

सेंसेक्स पैक में, पावर ग्रिड, नेस्ले, एचयूएल, एमएंडएम, आईटीसी, एशियन पेंट्स और भारती एयरटेल टॉप गेनर्स थे।। मारुति सुजुकी, बजाज फिनसर्व, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, एचसीएल टेक, इटरनल, टीसीएस और सन फार्मा टॉप लूजर्स थे।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज में प्राइम रिसर्च के प्रमुख देवर्ष वकील ने कहा, हमें उम्मीद है कि आज भी बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा, क्योंकि आज साप्ताहिक डेरिवेटिव एक्सपायरी है। एफपीआई ने साप्ताहिक एक्सपायरी से पहले कल इंडेक्स ऑप्शन खरीदे, जो आज बाजार में अस्थिरता बढ़ने की आशंका को दर्शाता है।

प्रमुख एशियाई बाजारों में बिकवाली देखी गई। टोक्यो, हांगकांग और सियोल लाल निशान में है। मंदी की आशंका के चलते मंगलवार को अमेरिकी बाजार लाल निशान पर बंद हुए।

पिछले सप्ताह चीन द्वारा घोषित 34 प्रतिशत टैरिफ के जवाब में अमेरिका ने चीन से आयात पर अतिरिक्त 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। अब चीनी आयात पर अमेरिकी टैरिफ 104 प्रतिशत हो जाएगा। ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ ने मंदी की आशंकाओं को बढ़ा दिया है और यह अमेरिकी बाजारों में लगातार हो रही गिरावट की अहम वजह है।

 

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