आगरा- दिल्ली से नेपाल के बूटोल जिले के लिए रवाना हुई बस बुधवार देर रात लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर ट्रॉला में जा घुसी। दुर्घटना में 27 यात्री घायल हो गए। इनमें से 14 को इलाज के लिए सैफई ले जाया गया है। मामूली चोटिल यात्री गंतव्य को रवाना हो गए। कुछ यात्रियों को रात में करहल के गेस्ट हाउस में पहुंचाया गया।
बस दिल्ली की रू-रू ट्रैवल्स की बताई जा रही है, जो बुधवार शाम सात बजे दिल्ली से चली थी। दिल्ली से 42 यात्रियों को लेकर नेपाल के बूटोल जिले के लिए रवाना हुई। बस में 42 यात्री सवार थे। बस को चालक रिंकू निवासी खानपुर बुलंदशहर चला रहा था और परिचालक संतोष पुत्र कालीचरण साथ था। रात करीब 12:30 करहल क्षेत्र में नगला अंती के पास लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर आगे चल रहे ट्रॉला को ओवरटेक करते समय बस चालक को झपकी आ गई। जिससे बस पीछे से ट्रक में घुसकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। घटना के बाद ट्रॉला चालक अपने वाहन को लेकर फरार हो गया।
इस हादसे में 27 यात्री घायल हो गए। घटना से बस में चीत्कार मच गया। सूचना पर पुलिस पहुंच गई। हादसे में घायल रिंकू निवासी देवासी बुलंदशहर, कल्पना पोखरेल, रीमा निवासीगण रूपनदेही नेपाल, प्रतीक्षा काठमांडू नेपाल, किरन कुमार राणा, कृष्ण बहादुर राणा निवासीगण नबलपुरासी नेपाल, एंजिल एलीना, रंभा निवासीगण पालगांव नेपाल, बाबूराम भूषण निवासी गोर्सिया कपासी कपिलवस्तु नेपाल, जनक बहादुर निवासी गुल्मी नेपाल, संतोष निवासी दिल्ली को इलाज के लिए सैफई पहुंचाया गया।
घटना आधी रात के समय हुई थी। कुछ यात्री तो अन्य वाहनों से निकल गए। लेकिन जिन्हें नेपाल तक जाना था, उनके लिए किसी वाहन का इंतजाम नहीं था। यात्रियों को अधिकारियों ने करहल के गेस्ट हाउस में रुकवाया। गुरुवार सुबह सभी गंतव्य के लिए रवाना हो गए।
एक की झपकी, कईयों के लिए आफत
एक्सप्रेस वे पर ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। चालक की झपकी, कईयों के लिए आफत ले आई है। अभी चंद दिनों पहले ही गोरखपुर की स्लीपर बस भी हादसे का शिकार हुई थी। यह खड़े ट्रॉला में पीछे से जा घुसी थी। इस हादसे में 14 लोगों की जान चली गई थी। इनमें से अधिकांश लोग बिहार के रहने वाले थे।
यूपीडा करेगी चाय की व्यवस्था
गोरखपुर की बस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद ही यूपीडा यह व्यवस्था करने जा रही है कि एक्सप्रेस वे के टोल प्लाजा पर कैंटीन खोली जाएं। जहां चालकों के लिए मुफ्त चाय की व्यवस्था हो और यात्रियों को भी रियायती दर पर चाय पर नाश्ता उपलब्ध हो। यह प्रक्रिया अभी चल रही है। कैंटीन संचालन के लिए निविदाएं मांगी गई हैं।