एक तरफ अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भारत के साथ संबंधों को मधुर बनाने पहुंच रहे हैं। वहीं अमेरिका की उप विदेश मंत्री वेंडी शेरमन चीन पहुंची हुई हैं। हालांकि दोनों में अहम फर्क यह है कि अमेरिकी उप विदेश मंत्री ने चीनी विदेश मंत्री वैंग यी को अमेरिकी राय से बेहद ही कड़े अंदाज में रूबरू करा दिया है। चीनी विदेश मंत्री के साथ बातचीत में उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर असहमति जताई है। अमेरिकी प्रवक्ता के मुताबिक वेंडी ने इस दौरान शिंजियान में नरसंहार, तिब्बत में मानवाधिकार उल्लंघन और हांगकांग में चीन के गैर लोकतांत्रिक तरीकों पर अपनी चिंता जताई।
वुहान लैब को लेकर भी हुई बातचीत
वेंडी शेरमन ने चीन को वॉशिंगटन की इस चिंता से भी रूबरू कराया कि वह विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ सहयोग नहीं कर रहा है। साथ ही कोरोना वायरस की उत्पत्ति पर दूसरे दौर की जांच से भी पीछे हट रहा है। वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कोरोना की उत्पत्ति पर चिंता ऐसे समय जाहिर की है, जब अमेरिकी खुफिया एजेंसियां महामारी के उभार में चीन स्थित वुहान लैब को लेकर रिपोर्ट जारी करने वाली हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि अमेरिका की इन आपत्तियों के बाद चीन के साथ उसके संबंध सामान्य नहीं हो पाएंगे। इसकी वजह यह है कि चीन लगातार वुहान लैब की जांच से पीछे हटता रहा है। हाल ही में उसने एक बार फिर ऐसी किसी जांच से इंकार किया था। दोनों देशों के संबंध बेहतर बनाने पर भी बात
स्टेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि उप विदेश मंत्री ने इस दौरान चीन में डिटेन किए गए अमेरिकी और कनाडाई नागरिकों को लेकर भी सवाल उठाए। प्रवक्ता के मुताबिक यह बातचीत टिनाजिन शहर में हुई जोकि चीन की राजधानी बीजिंग से करीब 100 किमी दूर है। प्रवक्ता ने बताया कि बातचीत बिल्कुल दो-टूक और खुले माहौल में हुई। अमेरिका की दूसरी नंबर की राजनयिक ने इस दौरान विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों जैसे पर्यावरण, नशा और ईरान, अफगानिस्तान व वर्मा के क्षेत्रीय विवादों पर भी अपनी बात रखी। साथ ही चीन-अमेरिकी संबंधों को कैसे बेहतर बनाया जाए इस पर भी बातचीत हुई।