कोरोना से संक्रमित मरीजों की मौत के बाद राज्य सरकार द्वारा 4 लाख रुपए देने की घोषणा की गई है। इस आलोक में 2020 में इस बीमारी से मरे लोगों को आर्थिक सहायता राशि प्रदान की गई, लेकिन इस वर्ष कोरोना से मरे लोगों के परिजनों को सहायता राशि नहीं मिल पाई है।
कोरोना संक्रमित मरीजों की प्राइवेट या सरकारी अस्पताल में मौत के बाद राज्य सरकार द्वारा आर्थिक सहायता देने के लिए मरीज के मूल निवास भौतिक सत्यापन संबंधित अंचलाधिकारी द्वारा किया जाता है। पटना जिले में इस वर्ष कितने मरीजों की मौत होने के बाद आर्थिक सहायता के लिए सूचीबद्ध किया गया है, अभी तक इसकी सूची ही नहीं जारी की गई है। कलेक्ट्रेट स्थित आपदा प्रबंधन शाखा में इससे संबंधित जानकारी लेने के लिए हर रोज लोग आ रहे हैं।
अधिकारियों का कहना है कि वर्तमान में संक्रमण इतना तेज है कि किसी अंचल में भौतिक सत्यापन नहीं हो रहा है। राज्य स्वास्थ्य समिति से मुख्यमंत्री सचिवालय को सूची भेजी जाती है तथा मुख्यमंत्री सचिवालय से संबंधित जिले में मृतकों के लिए राशि प्रदान की जाती है, लेकिन यह काम अभी ठप पड़ा हुआ है। यही कारण है कि आर्थिक सहायता लोगों को नहीं मिल पा रही है।