पिछले साल यूपी बोर्ड की परीक्षा सबसे पहले शुरू हुई थी। इस मामले में सीबीएसई बोर्ड भी पिछड़ गया था। रिजल्ट जारी करने के मामले में भी यूपी बोर्ड आईसीएसई और सीबीएसई को पीछे छोड़कर आगे निकलने में कामयाब रहा। छात्रों की मार्किंग का स्तर भी सुधारा गया।
इस साल परीक्षा की तैयारियों को भले ही अंतिम रूप दे दिया जा रहा हो, लेकिन अभी तक परीक्षा कब से शुरू होगी और कब तक चलेगी, इसका शेडयूल जारी नहीं किया गया है। इसके पीछे विधानसभा चुनाव बताया जा रहा है। बोर्ड अफसर असमंजस में हैं कि कहीं परीक्षा की तिथियां विधानसभा चुनाव की तिथियों से टकरा न जाएं। इसी के चलते बोर्ड अफसर चुनाव की तिथियां घोषित करने का इंतजार कर रहे हैं। इसे लेकर कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
विभाग की तरफ से जनपद में यूपी बोर्ड परीक्षा की कापियां आ चुकी है। नकलविहीन परीक्षा संपंन कराने के लिए केंद्रों पर सुविधाओं का जायजा लिया जा रहा है। परीक्षा की मॉनिटरिंग के लिए सीसीटीवी कैमरों का लगाया जाना शुरू होने वाला है। परीक्षा में ड्यूटी करने वाले शिक्षकों की सूची पर भी काम चल रहा है। 23 नवंबर तक 202 आपत्तियां मिल चुकी हैं।
अब जिला शिक्षा समिति से नयी सूची जारी करने के लिए मंडल शिक्षा समिति को भेजी जाएगी, जहां से परीक्षा केंद्रों की फाइनल सूची जारी होगी। जिलाधिकारी संजय खत्री ने बताया कि आपत्तियां अा चुकी हैं। इनका निस्तारण दो से तीन दिन में करा िलया जाएगा। साथ ही बोर्ड परीक्षा की तिथि अगर निर्धारित होती है तो यहां तैयारी पूरी की जा चुकी है।