सपा में अगर कलह सही है तो मुलायम के परिवार ने मुगलों को भी पीछे छोड़ दिया है। वैसे यह जनता को भ्रम में डालने के लिये नौटंकी हो रही है। लोगों मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने परिवार के प्रिय नहीं है तो वह लोगों के बीच कैसे लोकप्रिय हो सकते है। अखिलेश यादव प्रचार मुख्यमंत्री बन गये है।
उक्त बातें बुधवार को एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंची केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने बेटे की छवि को बनाने के लिये इस विवाद को प्रायोजित कर रहे है और कुछ दिनों बाद सभी एक हो जायेंगे। सपा सरकार में प्रदेश में 40 दंगे हुए है, युपी में विकास पर ध्यान नहीं है। लखनऊ में चल रहे मेट्रो के निर्माण पर जो पैसा खर्च हो रहा है उसमें 42 प्रतिशत पैसा केन्द्र सरकार है। इस योजनों के शिलान्यास में केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह स्थानीय सांसद है, लेकिन उन्हें भी निमंत्रण नहीं दिया गया। उन्होंने मायावती पर प्रहार करते हुए कहा कि नोटबंदी के बाद से प्रेस वार्ता करना सीख गयी है। पहले वह मिडिया के सामनें आने से घबराती थी, लेकिन अब वह अपनी सफाई पेश कर रही है। गरीबों की पीड़ा मूर्तिया व पार्क बनवाकर दुर नहीं किया जा सकता है। मायावती के भाई के खाते में करोड़ों रुपया जमा होने के मामलें में कानून अपना काम कर रहा है। राम मंदिर से जुड़े सवाल पर केन्द्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि राम मंदिर मुद्दा नहीं आस्था है। कहा कि मुद्दा पकड़े व छोड़े जाते है, आस्था कभी छोड़ी नहीं जाती। केन्द्र सरकार ने गरीब महिलाओं को गैस चुल्हा दे रही है। गरीबों की मदद व किसानों-महिलाओं के लिये कई योजनाएं चल रही है। उत्तर प्रदेश में भाजपा ध्वस्त कानून-व्यवस्था व विकास के नाम पर चुनाव लड़ेगी। इस चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा हर कार्यकर्त्ता होगा। पिछड़ो व दलितों के सबसे बड़े दुश्मन मुलायम व मायावती है। दोनों ने जाति की राजनीति किया तथा एक ने पैसा पार्क पर दुसरे ने सैफई में खर्च किया है।