पूर्व सांसद धनंजय सिंह के पिता राजदेव सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है। राजदेव सिंह ने कहा कि धनंजय सिंह को पुलिस गलत तरीके से मुकदमे में वांछित दिखा कर छवि धूमिल कर रही है। धनंजय ने मल्हनी विधानसभा के उपचुनाव में अपनी पूरी संपत्ति का ब्योरा दे दिया है।
पूर्व सांसद के पिता राजदेव सिंह ने गुरुवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि धनंजय पर अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप गलत है। अभियुक्त गिरधारी के बयान के आधार पर इस मामले में पूर्व सांसद की संलिप्तता बताई जा रही है, वह बयान पुलिस ने ही लिया है। उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए सीएम से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि धनंजय सिंह के पास चुनाव में घोषित संपत्ति के अतिरिक्त कोई और संपत्ति नहीं है। राजदेव सिंह ने इस मामले में मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप करने की मांग भी की है।
गौरतलब है कि कल ही लखनऊ पुलिस ने धनंजय सिंह पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। इसके साथ सरकार ने अपराध से कमाई पूर्व सांसद की करोड़ों की सम्पत्ति जब्त करने की तैयारी शुरू कर दी है। पूर्व सांसद धनंजय सिंह और शूटर गिरधारी (मुठभेड़ में मारा गया) के विभिन्न राज्यों में कई फ्लैट व फार्म हाउस हैं। ईट-भठ्ठे के साथ ही कई कम्पनियां भी हैं। यूपी के कई जिलों में और भी सम्पत्तियां है। यह खुलासा जांच के बाद डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन ने गुरुवार को किया। उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपये की ये सम्पत्तियां अपराध के बूते अर्जित की गई है। इनका आंकलन कर जब्त करने की कार्रवाई के लिये प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग को पत्र लिखा गया है।
पुलिस का कहना है कि धनंजय सिंह ने अपराध के बूते करोड़ों रुपये की सम्पत्ति अर्जित की है। इन सम्पत्तियों में लखनऊ में विभिन्न स्थानों पर छह फ्लैट, दो फार्म हाउस, गोमतीनगर में लैब, फर्जी दस्तावेजों से बनायी गई कई कम्पनियां, दिल्ली, जौनपुर, वाराणसी, मऊ, फतेहगढ़, बाराबंकी में कई फ्लैट व मकान, पेट्रोल पम्प है। इसके अलावा धनंजय के नाम से विभिन्न स्थानों में स्टैंड, झारखण्ड में फार्म हाउस, व ईट-भठ्ठे चलते हैं।
25 हजार का इनाम घोषित
धनंजय सिंह पर लखनऊ पुलिस ने 25 हजार रुपए के इनाम का ऐलान कर दिया है। धनंजय अजीत सिंह हत्याकांड में वांटेड हैं। वह लगातार फरार चल रहे हैं। बुधवार रात पुलिस ने धनंजय सिंह के चार ठिकानों पर छापा मारा लेकिन उनका कोई सुराग हाथ नहीं लगा। पूर्व सांसद छह जनवरी की रात में कठौता चौराहे पर हुए गैंगवार में मऊ मुहम्मदाबाद गोहाना के पूर्व उप ज्येष्ठ प्रमुख अजीत सिंह की हत्या में वांक्षित हैं। पुलिस के पास उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट है। यह वारंट जारी होने के बाद से ही वह फरार चल रहे हैं।
गिरफ्तारी के लिए छापामारी
धनंजय के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट लेने के बाद पुलिस कई दिन से शांत बैठी हुई थी। पर, बुधवार रात को अचानक धनंजय की तलाश में उसके कुर्सी रोड स्थित आवास, शारदा व सरस्वती अपार्टमेंट में उसके फ्लैट और उसके बेहद करीबी साथी के मालवीय नगर स्थित आवास पर ताबड़तोड़ दबिश दी गई। पुलिस ने एक बर्खास्त सिपाही के घर भी दबिश दी लेकिन धनंजय का पता नहीं चला। इस दौरान दो ठिकानों से तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। इन तीनों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। पुलिस को अजीत सिंह हत्याकांड में अन्य तीन शूटरों रवि यादव, राजेश तोमर, शिवेंद्र सिंह उर्फ अंकुर की भी तलाश है। वहीं खबर हैै कि एक शूटर मुस्तफा उर्फ बंटी को बागपत पुलिस ने कुछ दिन पहले उत्तराखंड से पकड़ लिया था। पर, उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि बागपत पुलिस ने अभी तक नहीं की है।