ज्योति बधिर विद्यालय बिठूर के प्रबंधन के अलावा साढे़ तीन सौ बच्चे और 25 टीचरों का डाटा एटीएस के पास पहुंच गया है। एटीएस की टीम ने यह सारा डाटा स्कूल के मैनेजर कमलेश चन्द्र दीक्षित के पास से बरामद किया। इस दौरान एटीएस ने मैनेजर समेत वहां मौजूद अन्य स्टाफ कर्मियों से सुप्रिया उर्फ आयशा के बारे में पूछताछ की मगर उन्होंने इसकी जानकारी होने से इंकार किया।
एटीएस कानपुर के इंस्पेक्टर पंकज अवस्थी टीम के साथ काकादेव स्थित स्कूल मैनेजर के घर पहुंचे। पहले ही मैनेजर से डाटा की मांग की गई थी। मैनेजर के मुताबिक देर रात तक स्टाफ की मदद से चार साल का डाटा तैयार कराया जा सका जो कि एटीएस के अधिकारियों को सौंप दिया गया है। मैनेजर ने बताया कि इसमें साढ़े तीन सौ बच्चे, 25 टीचरों के नाम पते मोबाइल नम्बर शामिल हैं। वर्तमान में 200 बच्चे स्कूल में पढ़ रहे हैं।
उनका डाटा भी दिया गया है। 18 शिक्षक वर्तमान में पढ़ा रहे हैं, सात ने स्कूल छोड़ दिया है। इनका भी नाम व नम्बर दे दिए गए हैं। मैनेजर ने बताया कि स्कूल के बैंक एकाउंट्स की डीटेल भी एटीएस को दी गई है। इसके अलावा प्रबंध समिति के सभी पदाधिकारियों के नाम, पते एटीएस को सौंप दिए गए हैं।
बाहर से फंडिंग तलाश रही एटीएस
स्कूल के बैंक डीटेल्स से एटीएस यह जानने का प्रयास कर रही है कि स्कूल को कहीं बाहर से फंडिंग मिली या नहीं। या स्कूल के जरिए विदेशों में या दक्षिण भारत में पैसे भेजे गए की नहीं।
राजिब आलम के दस्तावेज भी सौंपे
सन 2019-20 में एनडीएफ (नोएडा डेफ सोसाइटी) से आए शिक्षक राजिब आलम से जुड़े दस्तावेज भी सौंपे। उसमें उसके रहने खाने के बिल साथ में उसकी स्कूल में आने जाने की एंट्री भी शामिल है।