इस मामले में शासन ने उच्च स्तरीय जांच बैठाते हुए उप्र सतर्कता अधिष्ठान लखनऊ को जांच सौंपी थी। जांच करते हुए विजिलेंस के अनुसचिव यतींद्र कुमार ने उपरोक्त सभी लोगों के खिलाफ गबन के मामले में विगत छह जुलाई को शासन को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा। जिस पर शहर कोतवाली में उपरोक्त सभी आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने 409, 420, 467, 468, 471, 120 बी आईपीसी 13(2) भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इनमें से तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक राजेंद्र प्रताप मौजुूदा समय में इलाहाबाद में डायर के प्रिंसिपल हैं जबकि परियोजना निदेशक प्रमोद कुमार यादव को कुछ समय पहले निर्माण में ढिलाई बरतने पर निलंबित किया गया है।
डीआईओएस समेत नौ पर केस दर्ज
भगमलपुर नगरा स्थित सुभावती देवी इंटर कालेज में सांसद और विधायक निधि से प्राप्त धनराशि के दुरूपयोग के मामले में जिला विद्यालय निरीक्षक, बीएसए, छह परियोजना निदेशकों के अलावा कालेज प्रबंधक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी गई है। विजिलेंस की ओर से कोतवाली में दर्ज वर्ष 2003 से 2011 के बीच हुए गबन के मामले में नामजद ज्यादातर अधिकारी रिटायर हो चुके हैं।