यूपी में पंचायत चुनाव का बिगुल बज चुका है। जिला पंचायत, ग्राम पंचायत व क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए अपनी किस्मत आजमाने वाले प्रत्याशियों ने वोटरों को रिझाने के लिए ऐडी चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया हैं। होली के दिन भी भावी प्रत्याशियो ने वोटरों के रंग लगाकर अपनी मंशा जताई।
आरक्षण सूची जारी होने के बाद त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अपनी दावेदारी पेश करने वाले प्रत्याशी एक्टिव हो गये हैं। दिन हो या रात सभी अपने चुनाव प्रचार में लग गये हैं। चुनाव लड़ने वाले लोग गांव में लोगों को अपने पक्ष में करने में जी जान से लग गए हैं। बताया जाता है कि कुछ गांवो में तो शाम होते ही शराब का दौर भी चल जाता है। जबकि पुलिस प्रशासन ने गांव में चुनाव के दौरान शराब पर पाबंदी लगा रखी है। लेकिन पाबंदियों को धता बताते हुए भावी प्रत्याशी वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए शराब भी परोस रहे हैं। होली के पर्व पर भी प्रत्याशियों ने वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए दावतों का दौर शुरू किया ।होली पर रंग लगाने के जरिए प्रत्याशियों ने अपनी मंशा वोटरो के समक्ष जाहिर की। ब्लॉक में 96 ग्राम पंचायत हैं। बुलंदशहर जनपद में अंतिम चरण में 29 अप्रैल को मतदान होगा। जिसके लिए करीब एक माह का समय है।
मेरठ के रोहटा ब्लॉक में 40 पर्चे प्रधान पद के बिके :
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले दिन नामांकन पत्रों की बिक्री का काम शुरू हो गया। पहले दिन रोहटा ब्लॉक में प्रधान पद के लिए 40 नामांकन पत्रों की बिक्री की गई।
प्रधान पद के आरक्षित पदों के लिए 28 नामांकन पत्र खरीदे गए, जबकि अनारक्षित प्रधान पद के लिए 12 नामांकन पत्र खरीदे। क्षेत्र पंचायत सदस्य के चार नामांकन पत्र खरीदे गए, जिनमें दो अनारक्षित व दो आरक्षित पदों के लिए थे। इसके अलावा नामांकन पत्र दाखिल कराने की तैयारी में जुटे संभावित प्रत्याशियों ने क्षेत्र पंचायत, ग्राम पंचायत व जिला पंचायत से नोड्यूज भी प्राप्त किए। एडीओ पंचायत विवेकानंद ने बताया कि पहले दिन नामांकन पत्रों की बिक्री सूचारू रूप से की गई।
वाराणसी में डीएम ने ली अधिकारियों की बैठक :
पंचायत चुनाव की तैयारी के लिए बुधवार को जिला निर्वाचन अधिकारी कौशलराज शर्मा ने प्रशासन और पुलिस विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। कैंप कार्यालय पर बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि ड्यूटी के दौरान किसी जानकारी के अभाव में चुनाव प्रक्रिया प्रभावित नहीं होनी चाहिए। उन्होंने संवेदनशील, अति संवेदनशील गांवों की सूची गुरुवार तक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
एडीएम प्रोटोकॉल को हरहुआ व सेवापुरी, एडीएम सिटी को काशी विद्यापीठ व अराजी लाइन, एडीएम सप्लाई को पिण्डरा व बड़ागांव तथा वीडीए सचिव को चोलापुर व चिरईगांव की जिम्मेदारी मिली। शस्त्र जमा कराने में जरूरी प्रगति न होने पर थानों को दो दिन में कार्यवाही पूरी करने के निर्देश दिए। संवेदनशील, अति संवेदनशील गांवों की संवेदनशीलता को कम से कम किया जा सके।