अमेरिकी सीनेट ने बुधवार को एक बिल पारित करके चीन के शिनजियांग प्रांत में बने सभी उत्पादों पर बैन लगा दिया है। यहां उइगर मुसलमानों पर होने वाले अत्याचार और मानवाधिकारों को कुचलने जाने के विरोध में अमेरिका ने यह कदम उठाया है। Axios की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने बंधुआ मजदूरी और उइगर मुसलमानों सहित अन्य अल्पसंख्यकों के नरसंहार की वजह से चीन को सबक सिखाने के लिए आर्थिक झटका दिया है।
फ्लोरिडा के सीनेटर मारको रूबियो ने ओरेगन के सीनेटर जेफ मेर्कली के साथ मिलकर यह बिल पेश किया था। बिल पारित किए जाने के बाद एक बयान में उन्होंने कहा कि यह बीजिंग और किसी भी अंतरराष्ट्रीय कंपनी को संदेश है जो शिनजियांग में बंधुआ मजदूरी से लाभ कमाते हैं, अब और नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि मानवता के खिलाफ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के अपराध को लेकर अमेरिका आंखें नहीं मूंदेगा।
मार्कली ने कहा कि उइगर और दूसरे मुस्लिम समूहों से शिनजियांग में जबरन मजदूरी कराई जा रही है, अत्याचार किया जा रहा है, जेलों में डाला जा रहा है, जबरन नसबंदी कराई जा रही है और धार्मिक-सांस्कृतिक जीवन को छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसी अमेरिकी निकाय को इन अपराधों से लाभ नहीं कमाना चाहिए और ना ही किसी अमेरिकी उपभोक्ता को इन्हें खरीदना चाहिए।
शिनजियांग के उत्पादों की ग्लोबल सप्लाई चेन में अहम हिस्सेदारी है। बाइडेन प्रशासन ने हाल के सप्ताहों में चीनी सरकार के खिलाफ प्रतिबंधों में इजाफा किया है और कई कंपनियों को ब्लैकलिस्ट किया गया है, जिनपर चीनी सेना से संबंध और नरसंहार में शामिल होने का आरोप है।