यूं तो इतिहास में प्यार की खातिर कई ऐसे किस्से मिलते हैं जो दिल जीत लेते हैं. लेकिन एक और अनोखी कहानी है जो आपको असली प्रेम की तरफ प्रेरित करती है. दरअसल, एक व्यक्ति है जिसने अपनी अंधी पत्नी के प्यार की खातिर गुलाब का पूरा बगीचा ही बना दिया. इस बगीचे को तैयार करने में उसे दो साल लगे.ये हैं मिस्टर और मिसेज कुरोकि. इन दोनों की शादी साल 1965 में हुई थी. ये जोड़ा जापान के Shintomi में डेयरी फार्म चलाता था. इस खबर को सबसे पहले The Telegraph में प्रकाशित किया गया था. दोनों पति-पत्नी खुशी-खुशी जी रहे थे और सोच रहे थे कि रिटायर होने के बाद जापान घूमेंगे.
लेकिन कहते हैं न कि तकदीर के आगे किसी का वश नहीं चलता. इन दोनों की जिंदगी में भी ऐसा ही वक्त आया और मिसेज कुरोकि 52 साल की थीं, तब डाइबिटीज के कारण उनकी आंखों की रोशनी चली गई. आंखों की रोशनी जाने के बाद मिसेज कुरोकि ज्यादातर वक्त घर में ही बिताती थीं. ऐसे में मिस्टर कुरोकि चाहते थे कि उनकी पत्नी खुश रहें. मिस्टर कुरोकि का एक छोटा सा बगीचा था, जिसमें कुछ गुलाब लगे थे. लोग उनके फूलों की तारीफ करते थे.
मिस्टर कुरोकि जानते थे कि वह अपनी पत्नी को जापान नहीं घुमा सकते. ऐसे में उन्हें आइडिया आया कि क्यों न वो कुछ ऐसा करें कि जापान या बाहर से आने वाले लोग ही उनके यहां आएं. इसके बाद उन्होंने तय किया था कि और ज्यादा गुलाबी Shibazakuru लगाएंगे ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग उनके यहां घूमने आएं.मिस्टर कुरोकि को पूरा बगीचा तैयार करने में करीब दो साल का वक्त लगा, लेकिन आखिरकार उन्होंने अपनी पत्नी के चेहरे पर खुशी ला दी. उनका प्लान काम कर गया. मिस्टर कुरोकि का का बगीचा टूरिस्ट स्पॉट बन चुका है. जब फूलों के खिलने का मौसम होता है, तब वहां हर रोज़ लगभग सात हज़ार लोग उन फूलों को देखने और उनकी प्यार की कहानी सुनने आते हैं.