नई दिल्ली Monsoon Update। देश में जल्द ही मानसून दस्तक देने वाला है। मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण पश्चिम मानसून केरल में 31 मई तक पहुंच जाएगा और इसके बाद मानसून अपनी गति से बढ़ते हुए 5 जून तक गोवा पहुंच जाएगा। भारतीय मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक राहुल एम. ने शनिवार को बताया कि केरल में 31 मई के करीब दक्षिण पश्चिम मानसून के लिए स्थितियां अनुकूल बन सकती हैं और 5 जून तक गोवा पहुंचने की उम्मीद है।
पांच दिन समुद्र से दूर रहें मछुआरे
मौसम वैज्ञानिक राहुल. एम ने कहा कि मानसून का केरल से गोवा पहुंचने का समय स्थानीय परिस्थितियों पर निर्भर करता है। मौसम वैज्ञानिक ने आगानी मानसून हलचल को देखते हुए मछुआरों को भी अलर्ट किया है और अगले 5 दिनों पर समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी जारी की है।
समय से पहले आ रहा है मानसून
मौसम विभाग के गणनाओं के मुताबिक इस साल मानसून समय से पहले दस्तक दे रहा है। बीते कई सालों से मानसून 1 जून को केरल में झमाझम बारिश शुरू कर देता है, लेकिन हाल के कुछ वर्षों में इसके समय में बदलाव आया है और देरी भी हुई है, लेकिन इस वर्ष मानसून समय से एक दिन पहले ही 31 मई को केरल में दस्तक दे रहा है। मौसम विभाग ने बताया है कि मालदीव-कोमोरिन क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में मानसून तेज गति से आगे बढ़ रहा है और बंगाल की खाड़ी तक पहुंच गया है। अब दक्षिणी पूर्व व पूर्व मध्य क्षेत्रों तक जल्द ही मानसून के पहुंचने की संभावना है।
दक्षिण भारत में हो रही मूसलाधार बारिश
केरल के तटीय इलाकों में बीते सात दिनों से ही मध्यम से तेज बारिश हो रही है। चक्रवाती तूफानों के कारण भी यह बारिश हुई थी। हाल ही आए दोनों चक्रवाती तूफान मानसून के लिए काफी रहे हैं। दक्षिण भारत में एर्नाकुलम, पठानमथिट्टा, कोट्टायम, इडुक्की, समेत दक्षिण के अन्य जिलों में बीते 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है, वहीं तिरुवनंतपुरम में 115 मिमी तक बारिश दर्ज हुई है।
देश के अन्य इलाकों में प्री-मानसून गतिविधि तेज
इधर देश के अन्य राज्यों में भी प्री-मानसून गतिविधि लगातार तेज होती जा रही है। मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र , बिहार आदि राज्यों में प्री मानसून गतिविधियों के चलते तेज आंधी और कहीं कहीं हल्की बारिश भी देखने को मिली है। इस दौरान महाराष्ट्र में मुंबई और आसपास के इलाकों में भी मौसमी परिवर्तन देखने को मिला है और हल्की बारिश हो रही है। मौसम संबंधी जानकारी देने वाली निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि अप्रैल से मई का महीना साइक्लोन के लिए पिक समय होता है। सबसे ज्यादा मई माह में चक्रवाती तूफान आने की आशंका रहती है, वहीं अक्टूबर से दिसंबर में भी चक्रवाती तूफान आने की संभावना रहती है।