Lockdown in Gwalior: पहले दिन सड़कों पर सख्ती, पुलिस का एक ही सवाल-क्यों निकले घर से बाहर, लोग बना रहे हैं बहाने

Lockdown in Gwalior:  कोरोना मीटर की रफ्तार को कंट्रोल करने के लिए जिला प्रशासन ने शहर में कोरोना कर्फ्यू लगा दिया है। कर्फ्यू के पहले दिन 4 घंटे की छूट के बाद शहर में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने कर्फ्यू का पालन कराने के लिए सड़कों पर मोर्चा संभाल लिया। सड़कों पर कर्फ्यू जैसी सख्ती तो नजर नहीं आ रही है, लेकिन पुलिस ने नगर के प्रमुख बाजारों व भीड़ वाले क्षेत्रों में चेकिंग प्वाइंट लगाकर रोक-टोक शुरू कर दी है। घर से निकलने का वाजिब कारण नहीं बताने पर जुर्माना वसूल किया जा रहा है। पुलिस फटकार भी लगा रही है। सड़कों पर निकलने वाले लोग जुर्माने से बचने के लिए बहाने बना रहे हैं। कुछ पुराने पर्चे जेब में रखकर निकले हैं। बगैर मास्क के नजर आने पर पुलिस कोई किंतु-परंतु नहीं सुन रही है। सीधे जुर्माना वसूल रही है।

जनाब कहां जा रहे होः नगर के प्रमुख व्यावसायिक केंद्र महाराज बाड़े पर हनुमान मंदिर के सामने पुलिस बैरीकेड्स लगाकर खड़ी है। दौलतगंज में बाड़े से प्रवेश करने व टाउन हाल की तरफ माधवगंज जाने वाले लाेगाें से पुलिस एक ही सवाल कर रही है- जनाब कहा जां रहे हो? क्या पता नहीं कोरोना कर्फ्यू लगा हुआ है। फटकार लगाकर बेवजह शहर में घूमने के लिए निकले लोगों से जुर्माना भी वसूल रही है। यात्री वाहनों को भी रोककर चालान किए जा रहे हैं। फोर व्हीलर वाहनों को भी रोककर शहर में निकलने का कारण पूछा जा रहा है।

दवाई का पर्चा दिखा रहे हैंः पिछले लाकडाउन का सामना कर चुके लोग भी अब होशियार हो गए हैं। लोग व्यक्तिगत काम से परिचितों से मिलने के लिए जाने के लिए निकले हैं, लेकिन दवाई का पुराना पर्चा जेब में रख लिया है। चेकिंग प्वाइंट पर रोकने पर पर्चा दिखा रहे हैं। पुलिस उनसे पूछ रही है कि तुम्हारा घर कहां है? क्या यह दवा घर के आसपास के पास मेडिकल पर नहीं मिली। इतनी जरूरी दवा थी, तो सुबह 10 बजे से पहले दवा क्यों नहीं खरीदी। कोई बहानेबाजी नहीं। जुर्माना भरना पड़ेगा। कुछ लोग बता रहे हैं कि अस्पताल में मरीज भर्ती है। कुछ कह रहे हैं कि रिश्तेदारी में गमी हो गई है। फेरा करने के लिए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि गमी में बैठने के लिए सुबह जाएं, अभी कर्फ्यू का पालन करें।

सुबह 10 बजे दूध-ब्रेड की दुकानें बंद कराई, ठेले वाले सड़कों से भगाएः सुबह 6 से 10 बजे के बाद पुलिस बाजारों मेंं सक्रिय हो गई। 10 बजते ही पुलिस ने दूध-ब्रेड की दुकानें भी बंद करा दी। सड़कों पर मौजूद ठेले वालों को भगाना शुरू कर दिया। ठेले वाले गलियों के कार्नर पर खड़े हैं। पुलिस के आते ही गलियों में घुस जाते हैं। नगर के प्रमुख बाजारों में सन्नाटा छाया हुुआ है। रेडिमेड दुकान के संचालक प्रतिष्ठान के सामने कपड़ों की डिलेवरी देने के लिए खड़े नजर आए। एसपी अमित सांघी ने दावा किया है कि कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराया जा रहा है।

सब्जी मंडी में किसानाें ने फेंकी सब्जियांः लक्ष्मीगंज सब्जी मंडी में किसानाें एवं हाेलसेल वालाें के लिए सब्जी खरीद फराेख्त का समय सुबह सात बजे तक रखा गया था। कम समय हाेने के कारण कई किसानाें की सब्जी बिक नहीं सकी, एेसे में आक्राेशित किसान सब्जियां सड़क पर फेंककर ही चले गए।

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