इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा और मैट्रिक 2021 की उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन के लिए जिला मुख्यालय में केंद्र बनाए जाएंगे। हर जिले में मूल्यांकन केंद्र बनेंगे। इंटर के लिए सात और मैट्रिक के लिए सात मूल्यांकन केंद्र रहेगा। बिहार बोर्ड की मानें तो इंटर का मूल्यांकन 26 फरवरी 2021 से और मैट्रिक मूल्यांकन पांच मार्च 2021 से शुरू होने की संभावना है।
मूल्यांकन केंद्र को लेकर बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने सभी जिलाधिकारी को पत्र लिखा है। इस पत्र में बोर्ड ने सभी जिलों से मूल्यांकन केंद्र निर्धारण करने का निर्देश दिया है। मूल्यांकन केंद्र निर्धारित करने के बाद केंद्र की सूचना बोर्ड के पास भेजनी है। निर्धारित मूल्यांकन केंद्र के नाम के साथ केंद्र के निदेशक का नाम, उनका मोबाइल नंबर, उनका ई-मेल आईडी और बैंक खाते विवरणी भी मांगी गयी है।
15 दिनों में समाप्त करना है मूल्यांकन: बोर्ड की मानें तो इंटर मूल्यांकन 26 फरवरी से शुरू होगा। मूल्यांकन 15 दिनों में संपन्न होने की संभावना है, लेकिन मुख्य भाषा विषयों की उत्तरपुस्तिका के लिए अतिरिक्त पांच दिन दिये जाएंगे। वहीं मैट्रिक की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन 20 मार्च तक समाप्त होने की संभावना है। प्रत्येक केंद्र पर सौ से दो सौ के बीच परीक्षक नियुक्त किये जा सकते हैं।
मूल्यांकन बाद कंप्यूटर पर अंकों की होगी इंट्री : जिन स्कूल या कॉलेज में कंप्यूटर की व्यवस्था होगी, वहीं पर मूल्यांकन केंद्र बनाया जाना है। बोर्ड की मानें तो स्कूल या कॉलेज में कम से कम छह कंप्यूटर चालू हालत में होने चाहिए। ज्ञात हो कि डायरेक्ट कंप्यूटर सेंटर सोसाइटी की तरफ से 50-50 कंप्यूटर उपलब्ध करवाये गये हैं।
इंटर का कॉलेज और मैट्रिक का स्कूल में होगा मूल्यांकन
बोर्ड की मानें तो इंटर का मूल्यांकन केंद्र कॉलेज में बनाया जाना है। वहीं मैट्रिक के लिए जिला मुख्यालय के स्कूल को चुना जाना है। हर केंद्र पर एहतियात बरती जानी है।
मूल्यांकन केंद्रों पर रखना होगा इन बातों का ध्यान
’ स्कूल और कॉलेज पूरी तरह से चहारदीवारी से घिरे हों
’ सभी केंद्रों में गेट, पर्याप्त कमरे, उपस्कर (बेंच, डेस्क) आदि होने चाहिए
’ दो परीक्षकों के बीच दो से तीन मीटर की दूरी हो
’ सभी परीक्षक मास्क लगाकर मूल्यांकन करेंगे
’ परीक्षकों के लिए हैंड सेनेटाइजर की व्यवस्था रहेगी
’ हर केंद्र पर छह-छह कंप्यूटर मूल्यांकन के लिए रखे जाने हैं