शहर में मंगलवार को 4 विशेष चेक-पोस्ट बनाकर सख्ती से डंपरों की जांच शुरू हो गई है। इन चेक पोस्ट पर पुलिस, राजस्व, खनिज, वन सहित लगभग आधा दर्जन विभागों का प्रशिक्षित अमला तैनात किया गया है। चेक पोस्ट पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा रहे हैं, ताकि बिना रॉयल्टी के कोई भी डंपर शहर में प्रवेश न कर पाए। दरअसल, सोमवार को टाइम लिमिट (टीएल) की बैठक में एडीएम विकास मिश्रा ने खनिज विभाग के अधिकारी को यह निर्देश दिए थे कि शहर में खनिज विभाग लगातार रेत वाहनों पर निगरानी रखे और स्थापित की गई चौकियों पर रेत के डंपरों की निरंतर जांच हो। बिना रॉयल्टी वाला कोई भी रेत डंपर भोपाल जिले की सीमा में प्रवेश नहीं करना चाहिए। इसके लिए सभी चाक-चौबंद व्यवस्थाएं करें। ऑनलाइन प्रत्येक गाड़ी की रॉयल्टी चेक करें।
ये निर्देश भी दिए गए बैठक में
एडीएम ने बैठक में यह भी कहा था कि मुख्यमंत्री समाधान ऑनलाइन में आए प्रकरणों को समय-सीमा में निपटाएं। यदि कोई प्रकरण विभाग और अधिकारी से जुड़ा नहीं है, तो तुरंत उसे संबंधित विभाग को भेजें। जिले में कुपोषण दूर करने के लिए स्नेह सम्मेलनों का आयोजन किया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास अधिकारी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता लगातार क्षेत्रों में भ्रमण के साथ सर्वे करते रहें और गर्भवती महिलाओं और बच्चों को इसके संबंध में जानकारी भी उपलब्ध कराएं। गर्भवती महिलाओं का निरंतर स्वास्थ्य परीक्षण कराएं। एडीएम ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर कबड्डी प्रतियोगिता का जल्दी आयोजन होगा इसके लिए भी सभी चाक-चौबंद व्यवस्थाएं करें। गेहूं उपार्जन के लिए सभी केंद्रों का निरंतर निरीक्षण करें। सभी एसडीएम और खाद्य अधिकारी इन व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए निरंतर मॉनिटरिंग करें। कोई भी किसान पंजीयन से नहीं छूटना चाहिए। धान उपार्जन के बाद राशि सम्बन्धित किसानों के खाते में तुरन्त ट्रांसफर की जाए।