बसपा बलिया जिले की सभी विधान सभा सीटो पर अपना आधिकारिक उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतार दी है । इस सूची में जिले की सबसे बड़ी आबादी ब्राम्हणो की है लेकिन एक भी सीट से इस जाती के उम्मीदवार को टिकट नही देना सबको चौका दिया है । बलिया विधान सभा से रामजी गुप्ता को टिकट देकर पली बार बनिया बिरादरी को अपने पक्ष में करने की कोशिश की है ।
इन विधान सभा में है सबसे ज्यादा ब्राम्हण
बलिया,बांसडीह और द्वाबा विधान सभा ब्राम्हण बाहुल्य् है । उसके बाद भी इन सीटो को तो छोड़ किसी भी विधान सभा से टिकट नही दिए जाने से बसपा का समीकरण बलिया जिले में गड़बड़ा सकता है । ऐसा नही कि ब्राम्हण का कोई प्रत्याशी इस जिले से बसपा की भागीदारी विधान सभा में दर्ज न कराई हो । सिकन्दर पुर विधान सभा से भगवान पाठक बसपा से चुनाव जीत चुके है यह दीगर बात है की भगवान पाठक अब भगवा रंग में रंग चुके है । किसी और विधान सभा से ब्राहण उम्मीदवार को टिकट नही मिलने से बसपा का सोशल इंजीनियरिग सफल होता नही दिख सकता है । अबकि बार बलिया जिले के ब्राम्हण मायावती के इस निर्णय से बसपा से दूरी बना सकते है। ऐसा अगर होता है तो बसपा को हर विधान सभा में भारी नुकशान उठाना पड़ेगा ।