सब्जी विक्रेता की मौत का मामला: कोतवाल लाइन हाजिर, होमगार्ड गिरफ्तार, आरोपी सिपाही फरार

उन्नाव में कोरोना कर्फ्यू के दौरान सब्जी विक्रेता की पीट-पीटकर हत्या की वारदात में शामिल आरोपी होमगार्ड को पुलिस ने गिरफ्तार किया है जबकि दोनों आरोपी सिपाही अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। दोनों के मोबाइल बंद होने से अब पुलिस उनके गृह जनपद बिजनौर में दबिश देने के लिए रवाना हुई है। वहीं कोतवाल जितेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है। 

बांगरमऊ के मोहल्ला भटपुरी निवासी 18 वर्षीय सब्जी विक्रेता मो. फैसल की पुलिस की पिटाई से 21 मई को मौत हो गई थी। मौत पर हजारों की भीड़ ने सड़क जाम कर हंगामा किया था। बवाल को शांत करने के लिए मृतक के भाई सूफियान की तहरीर पर पुलिस ने कोतवाली के सिपाही विजय चौधरी, सीमांत उर्फ सीमावत चौधरी व होमगार्ड सत्यप्रकाश पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी। दोनों सिपाहियों को निलंबित व होमगार्ड को बर्खास्त कर दिया गया था। एसपी ने घटना की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी थी।

ट्विटर व सोशल मीडिया पर हो रही फजीहत से बचने के लिए पुलिस ने नामजद होमगार्ड सत्यप्रकाश को गिरफ्तार कर लिया। सच जानने के लिए उससे कड़ाई से पूछताछ की गई। सूत्रों के अनुसार होमगार्ड ने बताया कि घटना वाले दिन किसी ने सूचना दी थी कि कोरोना कर्फ्यू में फैसल दुकान खोलकर भीड़ लगाए हुए है। जिस पर सिपाही विजय चौधरी उसे अपने साथ लेकर फैसल के पास पहुंचा। सिपाही ने फैसल को उसके घर के सामने ही दो थप्पड़ मारे और उसे बाइक में बैठाकर ढाई किमी दूर बांगरमऊ कोतवाली ले आए।
यहां जैसे ही उसे बाइक से उतारा गया वह लड़खड़ाकर जमीन पर गिर गया। आरोपी होमगार्ड ने खुद को बेकसूर बताया। आरोपी दो सिपाहियों की गिरफ्तारी के लिए संभावित जगहों पर पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं। वहीं तीसरे दिन भी मृतक के घर से कुछ दूरी पर पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस की स्पेशल महिला व पुरुष कमांडो भी हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। वहीं रात में डीएम रवींद्र कुमार और एसपी आनंद कुलकर्णी ने परिजनों से मुलाकात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

मृतक आश्रित में नौकरी पाया था होमगार्ड 
आरोपी होमगार्ड सत्यप्रकाश के पिता रामसागर भी होमगार्ड थे। रामसागर की बीमारी से मौत के बाद उसके अविवाहित बेटे सत्यप्रकाश को वर्ष 2018 में मृतक आश्रित पर नौकरी मिली थी। उसका गांव बांगरमऊ कोतवाली से पांच किमी दूर है। छोटे भाई सूरज व मां रामश्री का बुरा हाल है। मां के अनुसार घटना के दूसरे दिन बेटे सत्यप्रकाश का फोन आया था। उसने खुद को निर्दोष बताया था।

दोनों सिपाहियों की है पहली पोस्टिंग
सब्जी विक्रेता की हत्या में नामजद सिपाही विजय चौधरी पुत्र पुनीत कुमार बिजनौर जिला के चांदपुर थाना क्षेत्र के हल्ला नगला गांव का रहने वाला है। वहीं दूसरा नामजद सिपाही सीमांत इसी जिले के थाना हल्दौर के ग्राम खासपुरा का रहने वाला है। दोनों सिपाही वर्ष 2019 बैच के सिपाही है। ट्रेनिंग पूरी करने बाद बांगरमऊ कोतवाली में वर्ष 2020 में उनकी पहली पोस्टिंग हुई थी। मौजूदा समय में दोनों सिपाही कस्बा चौकी में तैनात थे। घटना के बाद से दोनों सिपाही फरार है। 
 
मृतक के घर पहुंचे क्राइम ब्रांच के विवेचक 
घटना की जांच के लिए क्राइम ब्रांच के निरीक्षक आईपी सिंह रविवार दोपहर बाद बांगरमऊ कोतवाली पहुंचे। यहां कुछ पुलिस कर्मियों से घटना की जानकारी लेकर पीड़ित के घर पहुंचे और बिंदुवार घटना की जानकारी ली। जितने भी सीसीटीवी फुटेज वायरल हुए हैं उन्हें भी बारीकी से देखा जा रहा है। एसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि शीघ्र विवेचक अपनी रिपोर्ट देंगे। उनकी जांच रिपोर्ट के आधार पर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।  

मृतक के परिजनों से मिले प्रसपा पदाधिकारी 
प्रसपा के जिलाध्यक्ष व बार एसोसिएशन उन्नाव के पूर्व अध्यक्ष सतीश शुक्ला अन्य पदाधिकारियों के साथ रविवार को मृतक फैसल के घर पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी। कहा कि वह परिवार के साथ खड़े हैं। पिता इस्लाम हुसैन को भरोसा दिलाया कि इस मामले की न्यायिक जांच की मांग कर 50 लाख रुपये का मुआवजा शासन से दिए जाने की मांग उठाई जाएगी। इसी क्रम में नागरिक एकता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मो. शमीम ने मृतक के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी।

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