जरूरत से ज्यादा मिलना भी परेशानी का सबब बन जाता है। बिजनौर में दो चोरों के साथ भी ऐसा ही हुआ। जनसेवा केंद्र में चोरी के बाद जब दोनों रकम गिनने बैठे तो अनुमान से कहीं ज्यादा नोट देखकर एक को हार्ट अटैक पड़ गया। साथी चोर ने जैसे-तैसे अपने दोस्त को अस्पताल में भर्ती करा उसका इलाज कराया और सवा लाख का बिल भरा। जब पुलिस ने दोनों को दबोच लिया तो इस पूरे फिल्मी घटनाक्रम का खुलासा हुआ।
बुधवार को पुलिस अधीक्षक डॉ. धर्मवीर सिंह ने प्रेसवार्ता करते हुए जनसेवा केंद्र/मनी ट्रांसफर केंद्र में चोरी का खुलासा किया। बताया कि कोतवाली देहात में 16 फरवरी की रात नवाब हैदर निवासी पित्तनहेड़ी जिया के जनसेवा केंद्र से सात लाख की रकम चोरी हो गई थी। चोरी करने वाले नौशाद और एजाज को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से 3.70 लाख रुपये, दो तमंचे, चार कारतूस बरामद हुए।
वहीं एक बाइक भी बरामद हुई, जोकि दो महीने पहले फुलसंदा बैंक के सामने से चोरी की गई थी। पकड़े गए आरोपियों में नौशाद पर पहले से ही दर्जनभर मामले दर्ज हैं, जबकि एजाज के खिलाफ तीन केस दर्ज हैं। गिरफ्तार करने वाली टीम में स्वाट निरीक्षक राजकुमार शर्मा, एसआई संजय कुमार, प्रभारी निरीक्षक लव सिरोही, निरीक्षक अपराध वली मोहम्मद, एसआई मियांजान खां, एसआई संजीव कुमार आदि शामिल रहे।
तीन दिन तक अस्पताल में भर्ती रहा चोर
पुलिस के अनुसार एजाज और नौशाद ने बताया कि उन्हें चोरी के दौरान मात्र 40-50 हजार रुपये हाथ लगने की उम्मीद थी। चोरी के बाद जब दोनों रकम गिनने बैठे तो भारी-भरकम रकम देखकर एजाज को हार्ट अटैक आ गया। इसके बाद नौशाद ने रात में ही उसे जिला मुख्यालय के एक अस्पताल में भर्ती कराया। तीन दिन तक एजाज अस्पताल में भर्ती रहा, जिसके इलाज में करीब सवा लाख का बिल बना, जो चोरी के पैसों से ही भरा गया। इसके अलावा, आरोपी नौशाद ने एक दफा में ही एक लाख तीस हजार रुपये जुए में उड़ा दिए।
पूछताछ में बरती जा रही नरमी
हृदय रोगी होने की वजह से एजाज से पुलिस पूछताछ में भी काफी नरमी बरत रही थी। पुलिस को डर है कि कहीं पुलिस के खौफ से फिर अटैक न आ जाए।
जनसेवा केंद्र में चोरी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनसे तीन लाख सत्तर हजार रुपये बरामद कर लिए गए हैं। कुछ रकम चोरों ने इलाज कराने और जुए खेलने में उड़ा दी है।