बीते 22 फरवरी को शाहजहांपुर के नेशनल हाइवे-24 किनारे अधजली हालत में मिली छात्रा आखिरकर मौत से जंग हार गई। छात्रा ने सोमवार देर रात अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बता दें कि गंभीर हालत में मिल छात्रा का इलाज लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में चल रहा था। छात्रा की हालत रविवार रात से बिगड़नी शुरू हो गई थी जिसके बाद सोमवार देर रात उसकी मौत हो गई। मृतक छात्रा स्वामी चिन्मयानंद के एसएस कॉलेज की सेकेंड ईयर की स्टूडेंट थी।
बता दें कि बीते 22 फरवरी को छात्रा अपने पिता के साथ कालेज आई थी, इसके बाद वह घर नहीं पहुंची। पिता उसे तलाश करने के लिए कालेज में भी गये, लेकिन वह मिली नहीं। शाम को उसके पिता को प्रधान के जरिए बेटी के झुलसने की सूचना मिली थी। छात्रा को जिस वक्त जलाया गया था उस समय उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। छात्रा पर केरोसिन डालकर जलाया गया था। वहीं, शुरुआत में इलाज के दौरान होश आने पर छात्रा ने बयान दर्ज करवाया था जिससे आधार पर उसकी सहेली, सहेली की बहन के देवर व बुआ के बेटे व एक अन्य को गिरफ्तार किया था। फिलहाल सभी आरोपी जेल में हैं।
ग्रामीणों ने छात्रा पर कंबल डालकर बुझाई थी आग
आग लगने के बाद पीड़ित छात्रा खेतों की ओर से भागते हुए एनएच 24 पर आ गई थी। ग्रामीणों ने उसे जलता हुआ देखकर उसपर कंबल डाला और आग बुझाई। ग्रामीणों के मुताबिक छात्रा के शरीर पर कपड़े भी नहीं थे। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने आकर छात्रा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। छात्रा के साथ क्या घटना हुई है, उसे किसने जलाया है, छात्रा कुछ बता नहीं रही है।
पिता की नजरें चुरा कर निकली थी छात्रा
छात्रा को उसके पिता हमेशा अपने साथ मोटरसाइकिल से कॉलेज लाते व ले जाते थे। कॉलेज के गेट पर बैठकर छुट्टी होने का इंतजार करते थे। 22 फरवरी को घटना वाले दिन कॉलेज के मेन गेट पर पिता के बैठे होने के कारण छात्रा कॉलेज की टूटी दीवार के रास्ते निकली। अपने पिता की नजरों से बचते हुए कॉलेज से घटनास्थल नगरिया मोड़ की तरफ अकेले ही चली गई, जिसकी पुष्टि कॉलेज एवं शहर में अलग-अलग जगह लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से हुई। इसी बीच अभियुक्त भी स्कूल से चले गए थे।