पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि पश्चिम बंगाल सहित पांच राज्यों के चुनाव के लिए कांग्रेस ने तीन बड़े राज्यों में ऐसे दलों से गठबंधन किया, जो धर्मनिरपेक्षता की जगह धर्म-विशेष की राजनीति में खुलकर विश्वास करते हैं। असम में कांग्रेस बदरुद्दीन अजमल की पार्टी (एआईयूडीएफ), केरल में इंडियन मुस्लिम लीग और पश्चिम बंगाल में अब्बास सिद्दीकी की पार्टी इंडियन सेक्युलर फ्रंट के साथ खड़ी है। कहा कि राजद को कांग्रेस की नकली धर्मनिरपेक्षता क्यों नहीं दिखती।
वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने नीतीश कुमार को थका हुआ, बेबस, मजबूर और देश का सबसे कमजोर मुख्यमंत्री बताया था। इसपर पलटवार करते हुए सुशील मोदी ने पूछा कि चारा घोटाले के चार मामलों में सजायाफ्ता और कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित लालू आखिर किस मजबूरी में पिछले 25 सालों से राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हुए हैं? मोदी ने कहा कि लालू खुद मजबूर, कमजोर और हालात से थक चुके हैं लेकिन तेजस्वी 16 घंटे काम करने वाले मुख्यमंत्री पर उल्टे सीधे आरोप लगा रहे हैं।
मोदी ने कहा कि कड़ी सुरक्षा में चलने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चोट लगने के कारणों की जांच होनी चाहिए। उस घटना को हमला कहकर राजनीति करना निंदनीय है। बंगाल की जनता 10 साल के कुशासन से कराह रही है। ममता के व्हीलचेयर पर वोट मांगने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आज बंगाल वहीं खड़ा है, जहां 2005 में जंगलराज के बाद बिहार खड़ा था। बिहार की तरह बंगाल में भी महापरिवर्तन तय है।