बिहार में कोरोना टीकाकरण को लेकर कोविन पोर्टल पर अपना निबंधन नहीं करा सके निजी अस्पतालों के स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण तीन चरणों के बाद अंत में होगा। वे सामान्य लोगों के होने वाले टीकाकरण के दौरान अपना टीकाकरण करा सकेंगे। इसके लिए उन्हें उन सभी प्रक्रियाओं का पालन करना होगा, जो सामान्यजनों को करना होगा।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि कोरोना टीकाकरण के पहले चरण में राज्य के अस्पतालों के स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण होना है। लेकिन इसमें सभी सरकारी अस्पतालों के साथ सिर्फ वहीं निजी अस्पताल के कर्मी शामिल हैं जो बिहार क्लीनिकल स्टेबिलिस्टमेंट एक्ट के तहत निबंधित हैं। उन्होंने कहा कि जो भी क्लीनिकल एक्ट के तहत निबंधित निजी अस्पताल या प्राइवेट क्लीनिक नहीं हैं, उनके कर्मियों को बाद में टीकाकृत किया जाएगा। उन्हें सामान्य प्रक्रिया के तहत टीकाकरण अभियान के तहत जुड़ना होगा।
निजी अस्पतालों के मात्र 84,198 कर्मी हुए है निबंधित
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में पहले चरण के टीकाकरण को लेकर निजी अस्पतालों के मात्र 84,198 डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों का ही निबंधन कोविन पोर्टल पर हुआ है। वहीं, सरकारी अस्पतालों के 3 लाख 79 हजार 962 डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों का निबंधन किया गया है।
बिहार में गैर निबंधित 15 हजार से अधिक हैं निजी अस्पताल
सूत्रों के अनुसार बिहार में गैर निबंधित 15 हजार से अधिक निजी अस्पताल व प्राइवेट क्लीनिक संचालित किए जा रहे हैं। पटना में ही करीब सात हजार निजी अस्पतालों व क्लीनिक का अलग-अलग इलाकों में संचालन किया जा रहा है। पटना बाइपास के इलाके में करीब तीन हजार निजी अस्पताल संचालित किए जा रहे हैं।
पहले चरण में टीकाकरण को लेकर निबंधित स्वास्थ्यकर्मी
कुल निबंधित स्वास्थ्यकर्मी: 4,64,160
सरकारी अस्पतालों के स्वास्थ्यकर्मी: 3,79,962
राज्य सरकार के अस्पतालों के स्वास्थ्यकर्मी: 3,72,715
केंद्र सरकार के स्वास्थ्य संस्थानों के स्वास्थ्यकर्मी: 7,247
निजी अस्पतालों के स्वास्थ्यकर्मी: 84,198