राम मंदिर निर्माण के नाम पर अवैध रूप से चंदा काट कर धन उगाही का एक और मामला सामने आया है। शनिवार को मुरादाबाद के सिविल लाइंस पुलिस ने पूर्व विहिप पदाधिकारी समेत चार के खिलाफ मुकादमा दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपों की जांच शुरू कर दी है।
शुक्रवार को देशभर में राम मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह अभियान शुरू किया गया है। धन संग्रहण के लिए राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ और उसके अनुषांगिक संगठनों ने जिम्मेदारी संभाली है। इसके लिए बाकायदा राम मंदिर निधि समर्पण समिति बनाई गई है, जो लोगों को रसीद देकर धनराशि एकत्रित कर रही है। शनिवार को जब समिति के लोग क्षेत्र में निकले तो उन्हें पता चला कि पहले ही कुछ लोगों ने चंदा वसूल लिया है। लोगों ने रसीद भी दिखाई। जो मूल रसीद से अलग थी।
मामल संज्ञान में आने पर राम मंदिर निधि समर्पण समिति के अध्यक्ष ओमप्रकाश शास्त्री और महांत्री प्रभात गोयल ने एएसपी अनिल कुमार को तहरीर दी। जिसमें बताया कि निर्माणाधीन राम मंदिर के नाम पर उनके संगठन से मिलती जुलती रसीद छपवाकर कुछ लोग धन उगाही कर रहे हैं। उन्होंने कटघर के विजय नगर निवसी रोहन सक्सेना, नगर कोतवाली क्षेत्र के पुरानी तहसील निवासी अमित अग्रवाल, चौरासी घंटा निवासी हर्ष वर्मा और विहिप के पूर्व नेता मनोज व्यास के खिलाफ नामजद तहरीर दी। एएसपी अनिल कुमार ने बताया कि तहरीर के आधार पर चारों आरोपियों के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।