बिहार बोर्ड की इंटर परीक्षा के रिजल्ट में नया मोड़ आया है। बोर्ड ने विवादों से घिरे आर्ट्स टॉपर गणेश कुमार का रिजल्ट निलंबित कर दिया है। अब आर्ट्स की सेकेंड टॉपर नेहा कुमारी को टॉपर घोषित किया जाएगा। इस बीच गणेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसकी जानकारी शुक्रवार को बोर्ड के चेयरमैन आनंद किशोर ने शुक्रवार की देर शाम दी।
उधर, शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि इंटर ऑटर्स टॉपर घोटाला उजागर होने के बाद बोर्ड की कार्यप्रणाली व उसके चेयरमैन आनंद किशोर भी जांच के घेरे में हैं। जिसके स्तर पर भी गलती हुई है उसे बख्शा नहीं जाएगा।
विदित हो कि बीते दिनों जारी बिहार बोर्ड के रिजल्ट के बाद इंटर आर्ट्स के टॉपर को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे थे। समस्तीपुर के एक स्कूल से परीक्षा देने वाले गणेश ने संगीत विषय से परीक्षा देकर टॉप किया था, जबकि स्कूल में संगीत शिक्षा की मूलभूत सुविधाएं तक नहीं हैं। हालांकि, बोर्ड चेयरमैन के अनुसार गणेश ने परीक्षा फॉर्म भरने में उम्र छिपाई है।
बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि गणेश ने बोर्ड को धोखे में रखा। उसकी उम्र 42 साल है, जबकि उसने बोर्ड का फॉर्म भरने में उम्र 24 साल दर्ज की थी। चेयरमैन के अनुसार गणेश दो बच्चों का पिता भी है। उम्र घटाने के लिए उसने पहले मैट्रिक, फिर इंटर की परीक्षा दी थी। गणेश ने उम्र घटाने के लिए ऐसा किया था। चेयरमैन के अनुसार गणेश की मैट्रिक व इंटर, दोनों परीक्षाओं के रिजल्ट रद कर दिए गए हैं।
बोर्ड चेयरमैन ने बताया कि गणेश ने समस्तीपुर के जिस स्कूल से परीक्षा का फॉर्म भरा था, उसके प्रबंधन से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है। संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर विधिसम्मत कार्रवार्ठ की जाएगी। स्कूल का निबंधन भी रद होगा।
इस मामले में बिहार बोर्ड की तरफ से किसी चूक से इन्कार करते हुए चेयरमैन ने कहा कि परीक्षा व मूल्यांकन में कहीं कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि इंटर आर्ट्स के सेकेंड टॉपर नेहा कुमारी को टॉपर घोषित किया जाएगा।
योग्यता पर भी उठे सवाल
इंटर परीक्षा के परिणाम आने के साथ ही टॉपर गणेश को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे। हालांकि बोर्ड के चेयरमैन ने एक दिन पहले ही कहा था कि गणेश को लेकर कोई धांधली नहीं हुई है। परन्तु, गणेश को लेकर लगातार उठती अंगुली को देखते हुए बोर्ड ने अपने पुराने रिकॉर्ड खंगाले तो उसे हैरान करने वाली जानकारियां मिलीं।
सुर-ताल का ज्ञान नहीं
इंटर में आट्र्स टॉपर रहे गणेश ने समस्तीपुर के रामनंदन सिंह जगदीप नारायण उच्च माध्यमिक विद्यालय (शिवाजीनगर) से परीक्षा फॉर्म भरा था। उसे परीक्षा में 500 में 429 अंक मिले हैं। वह झारखंड के गिरिडीह के सरिया का रहने वाला है। म्यूजिक में उसे 70 में से 65 अंक मिल गए। जब उससे संगीत के बारे में पूछा गया तो पोल खुल गई कि उसे सुर-ताल का कोई ज्ञान नहीं है। इसके साथ ही उसकी उम्र को लेकर भी सवाल खड़े होने लगे। गुरुवार को गणेश को बोर्ड कार्यालय बुलाया गया था। शाम को बोर्ड अध्यक्ष ने उसे क्लीन चिट भी दे दी थी।
मंत्री बोले, बोर्ड और उसके चेयरमैन भी जांच के घेरे में
इंटर की परीक्षा में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद कल तक गणेश कुमार से सवाल करने वाले पत्रकारों पर हमलावर रहे बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने शुक्रवार को बिहार बोर्ड और उसके चेयरमैन पर गुस्सा निकाला। उन्होंने कहा कि इंटर ऑटर्स टॉपर घोटाला उजागर होने के बाद बोर्ड की कार्यप्रणाली व उसके चेयरमैन आनंद किशोर भी जांच के घेरे में हैं। जिसके स्तर पर भी गलती हुई है उसे बख्शा नहीं जाएगा।
अशोक चौधरी ने कहा कि पूर्व में ही बोर्ड को निर्देश दिए गए थे कि सभी स्तर से जांच-पड़ताल के बाद ही रिजल्ट प्रकाशित किए जाएं। भले ही इस कार्य में दो दिन का वक्त ज्यादा लग जाए। बावजूद सरकार के आदेश का पालन नहीं हुआ और इतनी बड़ी चूक हो गई। गणेश के मामले को देखने से लगता है कि बोर्ड ने आदेश का पालन नहीं किया।