हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन शेयर बाजार कमजोरी के साथ बंद हुए। बीएसई सेंसेक्स 186 अंक यानी 0.35% की गिरावट के साथ 52,550 अंक पर रहा। एनएसई निफ्टी 66 पॉइंट यानी 0.42% कमजोर होकर 15,748 पॉइंट पर बंद हुआ। बाजार में आज चौतरफा बिकवाली हुई। निफ्टी मिड कैप में 0.59% की गिरावट आई। निफ्टी स्मॉल कैप 0.23% फिसलकर बंद हुआ।
PSU बैंक, मेटल, ऑटो, फाइनेंशियल सर्विसेज, मीडिया, रियल्टी और IT शेयरों में बिकवाली का दबाव बना। निफ्टी के दो सेक्टर इंडेक्स- FMCG (0.50%) और फार्मा (0.67%) में मजबूती ने बाजार को सपोर्ट देने की कोशिश की। पावर ग्रिड, सिप्ला, NTPC, HUL, डिवीज लैब, डॉ रेड्डीज लैब और नेस्ले इंडिया जैसे शेयरों में मजबूती रही। ONGC, IOC, हिंडाल्को, कोल इंडिया, कोटक बैंक, ICICI बैंक, टेक महिंद्रा और बजाज ऑटो जैसे दिग्गजों में बिकवाली का दबाव रहा।
मंगलवार को बीएसई के 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 60 पॉइंट की मजबूती के साथ खुला। लेकिन, निफ्टी ने 7 पॉइंट की मामूली गिरावट के साथ शुरुआत की थी। एशिया के अहम शेयर बाजारों में एक पर्सेंट तक की तेज गिरावट रही, जिसका असर भारतीय बाजारों में भी दिखा। घरेलू बाजार पर पूरे कारोबारी सत्र में बिकवाली का दबाव रहा।
दोपहर बाद के सत्र में बाजार बाउंस बैक को बनाए रखने में नाकाम रहा। इसके चलते बेंचमार्क इंडेक्स कमजोरी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहा। मोतीलाल ओसवाल के (हेड-टेक्निकल & डेरिवेटिव्स रीसर्च) चंदन तापड़िया के मुताबिक, निफ्टी में मंदी के रुझान वाला पैटर्न बना है। पिछले तीन ट्रेडिंग सेशन से मजबूती वाला हायर लो पैटर्न बन रहा था।
तापड़िया कहते हैं, 15,700 से ऊपर बने रहने पर निफ्टी 15,900 को पार करने की कोशिश करेगा। यह लेवल पार होने के बाद यह 16,000 की तरफ बढ़ता नजर आएगा। बिकवाली होने पर निफ्टी को पहले 15,600 पर सपोर्ट मिल सकता है। यह लेवल टूटने पर 15,500 पर खरीदारी निकल सकती है। बाजार इस हफ्ते 15,600 से 16,000 के दायरे में रह सकता है। इस महीने 15,500 से 16,200 की रेंज बनने की संभावना है।
मैरिको, अपोलो हॉस्पिटल, इंद्रप्रस्थ गैस, सिप्ला, UBL, HUL, डिवीज लैब, पावर ग्रिड और डॉ रेड्डीज लैब जैसे इंडेक्स स्टॉक में मजबूती रही। कमिंस इंडिया, केनरा बैंक, DLF, ONGC, IOC, IDFC फर्स्ट बैंक, PVR, बाटा इंडिया, कोटक बैंक, M&M, बजाज ऑटो, हैवेल्स, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और चोलामंडलम फाइनेंस में गिरावट का दबाव बना।
वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया VIX में आज 3% की गिरावट रही। यह गिरावट बताती है कि अगले 30 दिनों में निफ्टी सालाना आधार पर कितना मजबूत हो सकता है। इस इंडेक्स में आई गिरावट के मुताबिक बाजार में तेजी फिलहाल जारी रह सकती है। इसमें निचले स्तरों से बढ़ोतरी होना, बाजार में मजबूती कायम रहने के साथ हलचल बढ़ने का संकेत होता है।
सोमवार को अमेरिकी बाजारों में मिला-जुला रुझान रहा था। डाओ जोंस 0.44% की गिरावट के साथ बंद हुआ था। हालांकि, नैस्डैक में 0.98% का तेज उछाल आया था। S&P 500 में भी 0.23% की मजबूती रही थी। यूरोपीय बाजारों में गिरावट का दौर चला था। ब्रिटेन के FTSE में 0.88%, जर्मनी के DAX में 0.34% और CAC में 0.98% की कमजोरी रही थी।
FII और DII डेटा
NSE पर मौजूद प्रोविजनल डेटा के मुताबिक, शुक्रवार 28 जून को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने शुद्ध रूप से 1,658 करोड़ रुपए के शेयर बेचे थे। यानी उन्होंने जितने रुपए के शेयर खरीदे थे, उससे इतने ज्यादा रुपए के शेयरों की बिक्री की थी। घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने शुद्ध रूप से 1,277 करोड़ रुपए के शेयरों की खरीदारी की थी।