बिहार में नीतीश कुमार 16 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। उनकी निगाहें सबसे ज्यादा समय तक CM बने रहने के रिकॉर्ड पर रहेंगी।
बिहार विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को बहुमत मिलने के बाद सभी की निगाहें अगली सरकार के गठन पर टिक गई हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार (Nitish Kumar) 16 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। नीतीश कुमार सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे। भारतीय जनता पार्टी की एक टीम आज बिहार पहुंच रही हैं।
नीतीश कुमार की निगाहें अब बिहार में सर्वाधिक समय तक मुख्यमंत्री बने रहने के रिकॉर्ड पर टिक गई है। बिहार में सर्वाधिक समय तक मुख्यमंत्री बने रहने का रिकॉर्ड श्रीकृष्ण सिंह के नाम पर है, जो 17 साल 52 दिनों तक मुख्यमंत्री रहे थे। नीतीश कुमार अभी तक 14 साल 82 दिनों तक इस पद पर रह चुके हैं। नीतीश कुमार सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वालों के खास समूह में शामिल हो जाएंगे।
नीतीश कुमार ने सबसे पहले साल 2000 में मुख्यमंत्र पद की शपथ ली थी, लेकिन बहुमत के लिए जरूरी विधायकों का समर्थन नहीं मिलने पर उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। साल 2005 में एनडीए को पूर्ण बहुमत मिलने पर नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने ते। साल 2014 में लोकसभा चुनाव में जदयू के खराब प्रदर्शन के मद्देनजर उन्होंने नैतिक आधार पर मुख्यमंत्री पद त्यागा था। वैसे वे एक साल बाद फिर सत्ता में वापस लौटे थे।
साल 2015 में नीतीश कुमार के जदयू और लालू प्रसाद यादव की राजद ने महागठबंधन बनाकर विधानसभा चुनाव लड़ा था, जिसे जीत हासिल हुई थी। तत्कालीन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का नाम धनशोधन मामले में आने पर उन्होंने 2017 में इस्तीफा दे दिया था। नीतीश कुमार ने अगले ही दिन भाजपा के सहयोग से नई सरकार बनाई थी।
इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में जोरदार संघर्ष देखने को मिला। नीतीश कुमार की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने 243 में से 125 सीट जीतते हुए बहुमत हासिल किया। महागठबंधन को 110 सीटें मिली। NDA में भाजपा को 74 और जदयू को 43 सीटें मिली थी जिसके बाद यह मांग की जा रही थी कि मुख्यमंत्री भाजपा को होना चाहिए, लेकिन बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह साफ कर दिया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे।