बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। इससे पहले बुधवार को पटना से दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। अमित शाह के आवास पर शाम में तीनों नेता एक साथ बैठे। इस दौरान बिहार में चल रहे विकास कार्यों आदि पर बातें हुईं।
दिल्ली में पत्रकारों द्वारा पूछे गए लोजपा की एनडीए में भूमिका के सवाल पर सीएम नीतीश ने कहा कि उन लोगों ने बिहार के चुनाव में क्या किया, यह तो सबको मालूम है। आगे भाजपा को तय करना है कि उनकी क्या भूमिका होगी या नहीं होगी। हम तो कोई नोटिस नहीं लेते हैं। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद आये विपक्षी नेताओं के बयान पर कहा कि बिहार की जिनको क-ख-ग-घ की जानकारी नहीं है, उनकी बातों पर क्या टिप्पणी करना है। बिहार में 15 वर्षों में कितनी प्रगति हुई है, यह अध्ययन करने की बात है।
इससे पहले सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार चुनाव के बाद मुझे आकर मिलना ही था, उसी को लेकर आये हैं। कोरोना का दौर चला, उसके पहले ही हम यहां आये थे। अब तो आने-जाने की शुरुआत हो गई है। बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार पर कहा कि वह तो हो ही गया है। कहीं कोई दिक्कत नहीं है। बजट सत्र 19 फरवरी से शुरू होगा। मंत्रिमडल विस्तार पर कुछ लोगों की नाराजगी पर कहा कि पार्टी सब तय करती है। किसी को अच्छा नहीं लगता है तो वह उनकी निजी बातचीत है। हमलोगों को सेवा का फिर मौका मिला है। सेवा करना ही मेरा धर्म है। पश्चिम बंगाल में जदयू के चुनाव लड़ने के विषय पर कहा कि पार्टी के वहां के लोगों की यह इच्छा है। पार्टी अध्यक्ष आरसीपी सिंह इसपर बात कर रहे हैं।