नीतीश सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में राजनीति के कई रंग देखने को मिले। एक तो सीएम नीतीश और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने पहले ही मंत्रियों की सूची बनाने में युवा और अनुभवी के साथ-साथ जातीय समीकरणों का भी ध्यान रखा दूसरे शपथ ग्रहण समारोह में नए मंत्रियों ने भी इस विविधता को बनाए रखा। यह विविधता उनकी भाषा से लेकर भेष-भूषा तक में नज़र आई। किसी ने उर्दू, किसी ने मैथिली में शपथ ली तो कोई पाग-दुपट्टा पहनकर शपथ लेने पहुंचा। वहीं कोई राजपूताना पगड़ी में भी नज़र आया।
सबसे पहले भाजपा के शाहनवाज हुसैन ने उर्दू में शपथ ली। शाहनवाज, केंद्र की राजनीति में लम्बे समय तक भाजपा का मुस्लिम चेहरा रहे हैं। भाजपा ने हाल में सम्पन्न हुए चुनाव के बाद उप मुख्यमंत्री रहे सुशील मोदी राज्य से केंद्र की राजनीति में भेजा तो शाहनवाज को एमएलसी बनाकर दिल्ली से बिहार की राजनीति में उतार दिया। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा-जद यू गठबंधन से कोई मुस्लिम प्रत्याशी जीतकर नहीं आया लेकिन सरकार में शाहनवाज भाजपा की ओर से बड़ा मुस्लिम चेहरा होंगे तो जद यू की ओर से भी जमा खान के रूप में यही प्रयास किया गया है। जमा, बसपा के टिकट पर जीतने वाले एकमात्र विधायक हैं जो हाल में जद यू में शामिल हो गए। शाहनवाज ने पिछले दिनों एमएलसी पद की शपथ भी उर्दू में ली थी। मंगलवार को उन्होंने उर्दू में ही मंत्री पद की भी शपथ ली।
राजपूताना पगड़ी में नज़र आए सुशांत के भाई नीरज सिंह बबलू
दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के चचेरे भाई और बीजेपी विधायक नीरज सिंह बबलू ने राजपूताना पगड़ी बांध कर मंत्री पद की शपथ ली। नीरज के जरिए भाजपा ने राजपूतों को साधने की कोशिश की है। नीरज ही वो शख्स हैं जिन्होंने पिछले साल सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद कहा था कि यह आत्महत्या नहीं हत्या है। उन्होंने ‘जस्टिस फॉर एसएसआर’ की मुहिम भी शुरू की थी। नीरज, सुशांत की मौत के बाद लगातार हर मौके पर उनके परिवार के साथ नज़र आए। नीरज बिहार विधानसभा में लगातार चार बार से जीतकर पहुंचे हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत 2005 में की थी। तब वह राघोपुर से चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे। उसके बाद 2010, 2015 और 2020 में वह छातापुर विधानसभा क्षेत्र से लड़े और जीते। नीरज बिहार भाजपा के बड़े नेताओं में से एक हैं।
पाग पहनकर पहुंचे आलोक रंजन, संजय झा ने मैथिली में ली शपथ
सहरसा से बीजेपी के विधायक आलोक रंजन ने मिथिलांचल का पाग पहनकर मैथिली में मंत्री पद की शपथ ली। जेडीयू के एमएलसी संजय कुमार झा ने मैथिली भाषा में मंत्रिपद की शपथ ली।
जातिगत समीकरणों का रखा गया ख्याल
मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा और जद यू दोनों ने जातिगत समीकरणों का ध्यान रखा है। मंत्रिमंडल में मंगलवार को भाजपा से नौ और जद यू से आठ मंत्री शामिल हुए। इनमें से दो मुसलमान, चार राजपूत, दो कुशवाहा, दो ब्राह्मण, तीन अति पिछड़ा, दो दलित, एक कुर्मी और एक कायस्थ शामिल रहे।
इन्होंने ली मंत्री पद की शपथ
1. शाहनवाज हुसैन (एमएलसी ) मुस्लिम
2. सम्राट चौधरी ( एमएलसी) कुशवाहा
3. सुभाष सिंह ( विधायक – गोपालगंज) राजपूत
4. आलोक रंजन ( विधायक — सहरसा) ब्राम्हण
5. प्रमोद कुमार ( विधायक- मोतिहारी) वैश्य
6. जनक चमार — (बनेगें एमएलसी) महादलित
7. नारायण प्रसाद (विधायक-नौतन) वैश्य
8. नितिन नवीन ( विधायक बांकीपुर) कायस्थ
9. नीरज सिंह बबलू (विधायक –छतापुर) राजपूत
जेडीयू के मंत्रियों के नाम
1. श्रवण कुमार विधायक -( विधायक नालंदा) कुर्मी
2. लेसी सिंह (विधायक-धमदाहा) राजपूत
3. संजय झा (एमएलसी) ब्राम्हण
4. जमा खान विधायक – ( बीएसपी का एक मात्र विधायक,जो जेडीयू में आ गए है ) मुस्लिम
5. सुमित कुमार सिंह (एक मात्र निर्दलीय विधायक जमुई) राजपूत
6. जयंत राज (विधायक-अमरपुर) कुशवाहा
7. सुनील कुमार (विधायक-भोरे) दलित
8. मदन सहनी (विधायक-बहादुरगंज) मलल्लाह