वृक्षारोपण अभियान का आगाज कर योगी ने ‘वन है तो कल है’ का दिया मूल मंत्र, बोले- 7 दिन में 30 करोड़ पौधे लगेंगे

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज वृहद वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत की। लखनऊ के एक प्राइवेट स्कूल के 55,000 छात्रों के पांच प्रतिनिधि छात्रों के साथ वृक्षारोपण इस जन आंदोलन का आगाज किया । इस मौके पर सीएम योगी ने खुद सीएमएस स्कूल परिसर में पीपल का पौधा लगाकर वन महोत्सव का शुभारंभ किया। दरअसल, वनों का क्षेत्रफल बढ़ाने और जनता के बीच पौधारोपण की भावना जगाने के लिए एक जुलाई से सात जुलाई के बीच हर साल वन महोत्सव मनाया जाता है।

सीएम योगी ने दिया 30 करोड़ वृक्ष लगाने का टारगेट
वृक्षारोपण कार्यक्रम के मौके पर सीएम ने कहा कि यूपी की सभी संस्थाओं और विभाग और वन विभाग से मिलकर के 30 करोड़ वृक्ष लगाने के टारगेट को पूरा करेंगे। 7 दिनों में ही 30 करोड़ वृक्षारोपण के लक्ष्य को पूरा कर लिया जायेगा। इसके साथ ही जितने वृक्ष यूपी में मौजूद हैं उनको बचाने का भी काम चल रहा है. मुख्य मार्गो पर वृक्षारोपण का काम चल रहा है।

कोरोना में अपनो को खोने वालों की याद में भी लगाए जाएंगें पौधे

सीएम ने इस मौके पर कहा कि एक लक्ष्य के तहत जिन लोगों ने कोरोना में अपनो को खोया है उनकी स्मृति में गांव-गांव जाकर वृक्ष लगाने का काम करेंगे। इससे गांवो में भी वृक्षारोपण का अभियान आगे बढ़ेगा।

कोरोना से लड़ने में मदद करेगी प्रकृति
सीएम ने कहा कि यह महोत्सव सिर्फ एक पेड़ लगाने तक सीमित नहीं बल्कि प्रकृति के प्रति अपनी लगन को बताने का समय है। पूरी दुनिया जहां कोरोना महामारी से जूझ रही है वही प्रकृति हमें उससे बचाने का काम कर रही है. पर्यावरण के साथ खिलवाड़ दुष्परिणाम लाता है। पूरा विश्व उसकी चपेट में आ जाता है।

टैगिंग के जरीए पेड़ों की सुरक्षा की जायेगी
सीएम की मानें तो वृक्षों पर टैगिंग करके उनकी सुरक्षा को भी सुनिश्चित किया जा रहा है। सीएम ने कहा कि पीछले 4 सालों के दौरान हम लोगों ने वृक्षारोपण को आगे बढ़ाया है। 75 से 80 फीसदी जो पौधे लगाए गए हैं वो वृक्ष फले फूले हैं।

सरकार पिछले 4 साल से कर रही है वृक्षारोपण
पिछले 4 सालों से योगी सरकार लगातार वृक्षारोपण कर रही है, प्रत्येक जिले में बेल, आंवला, हर्र, बहेड़ा, अंजीर, जामुन, शहतूत, अमरुद, इमली, अर्जुन, गुलमोहर, बालम खीरा समेत औषधीय पौधे लगाने के निर्देश दिए।दरअसल, इन पौधों का फूल, फली और टहनियों का औषधि रूप में उपयोग किया जाता है। इनमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन सी व ए और बी कांप्लेक्स की भरपूर मात्रा होती है।

पिछली बार बना था रिकार्ड

पिछली बार 25 करोड़ का पौधारोपण करने का रिकार्ड बनाया गया था। इसमे हस्तिनापुर का नाम सामने आया था। जिसमें 1 घंटे में 360 पौधें का रोपण किया गया था।

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