बिहार के दरभंगा जिले में बड़ा बाजार स्थित अलंकार ज्वेलर्स से बुधवार की सुबह करीब 10.30 बजे छह हथियारबंद अपराधी करोड़ों रुपये का सोना लूट ले गए। वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी सड़क पर फायरिंग करते हुए आराम से चलते बने। घटना भाजपा के नगर विधायक संजय सरावगी के घर से करीब दो सौ मीटर की दूरी पर हुई है। अनुमान के अनुसार करीब 10 करोड़ की लूट हुई है।
दुकान के मालिक संतोष लाठ ने कहा कि लूट का आकलन किया जा रहा है। घटना की जानकारी पाकर एसएसपी बाबू राम और सिटी एसपी अशोक प्रसाद मौके पर पहुंचे और मामले की छानबीन की। मौके पर मौजूद विधायक संजय सरावगी ने कहा कि अपराधियों में पुलिस का भय कम हो गया है।
CCTV में कैद हुई पूरी वारदात, मौके से मिला 5 खोखा
एसएसपी बाबूराम ने घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद बताया कि पांच सशस्त्र अपराध कर्मियों ने सोने-चांदी के व्यवसायी मेसर्स अलंकार ज्वेलर्स में दुकान खोलने के आधे घंटे के बाद ही आए और सोना एवं आभूषण लूटकर फरार हो गये। उन्होंने बताया कि दुकान में लगे सीसीटीवी के फुटेज के आधार पर लुटेरों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उसकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी। घटना को लेकर जिले की सीमा को सील कर दिया गया है एवं एक-एक वाहनों की जांच की जा ही रही है। लूट की संपत्ति का आकलन अभी नहीं किया जा सका है। मौके से पांच खोखा बरामद किया गया है।
दुकान के मालिक संतोष लाठ ने आगे बताया कि हथियारबंद बदमाशों ने दुकान के अंदर दो राउंड फायरिंग की। लुटेरों ने दुकान के कर्मचारियों से सोने के जेवर सौंपने के लिए कहा और अलार्म नहीं बजाने की चेतावनी दी। संतोष लाठ ने आगे बताया कि जब मैंने उनको रोकने की कोशिश की तो उन्होंने मुझ पर पिस्तौल के बट से हमला कर दिया। हथियारबंद लुटेरों ने सहयोग नहीं करने पर कर्मचारियों और मुझे मारने की धमकी दी। वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि लुटेरे वारदात को अंजाम देने के बाद दुकान के बाहर इकट्ठा हुई भीड़ को डराने के लिए हवाई फायरिंग करते हुए फरार हो गए।
SIT टीम गठित, अन्य जिलों में छापेमारी जारी
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम देने से पहले दुकान सहित पूरे इलाके की रेकी की थी। बाजार में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को पुलिस खंगाल रही है। फॉरेंसिंक और एक डॉग स्क्वायड टीम भी मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल में जुट गई है। इस मामले की जांच के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) (मुख्यालय) जितेंद्र कुमार ने कहा कि एसआईटी टीम में दस से अधिक पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया है, जो आसपास के जिलों में छापेमारी कर रहे हैं।