मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुप्रसिद्घ हिन्दी कवयित्री अनामिका, मैथिली रचनाकार कमलकांत झा तथा उर्दू साहित्यकार जनाब हुसैन-उल-हक को वर्ष 2020 का साहित्य अकादमी पुरस्कार मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की है और उन्हें शुभकामनाएं दी है।
मुजफ्फरपुर की रहने वाली अनामिका को हिंदी कविता संग्रह ‘टोकरी में दिगन्त : थेरी गाथा : 2014’ के लिए यह सम्मान दिया गया है, जबकि मैथिली साहित्य के लिए बिहार के दरभंगा के ही कमलकांत झा को उनकी रचना ‘गाछ रूसल अछि’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया गया है। गया के रहने वाले जनाब हुसैन अल हक को उर्दू उपान्यास ‘अमावस में ख्वाव’ के लिए सम्मान दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बिहार के लिये बेहद गौरव की बात है। बिहार की बेटी को हिंदी का सर्वोच्च सम्मान मिलना देश की आधी आबादी को प्रेरणा प्रदान करेगा। उन्होंने कहा है कि बिहार से ताल्लुक रखने वाले दोनों रचनाकारों की इस उपलब्धि पर पूरे बिहारवासियों को गर्व है।