बिहार में यूपी के हाथरस जैसे हैवानियत वाली घटना में जांच के लिए फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची। पूर्वी चंपारण(मोतिहारी) के कुंडवाचैनपुर में नेपाली गार्ड की नाबालिग बेटी की गैंगरेप के बाद हत्या मामले में तीन सदस्यीय फॉरेंसिक टीम कुंडवाचैनपुर पहुंचकर घटनास्थल पर केमिकल डाल सबूत व सैंपल इकट्ठा किया। टीम उस जगह पर भी गयी जहां लड़की के शव को जलाया गया था। टीम ने वहां से हड्डियों के जले हुए अवशेष को साक्ष्य के लिए एकत्रित कर सुरक्षित रख लिया। फिर बारीकी से आसपास के खेत व बागीचा का भी मुआयना किया। जांच के बाद टीम कुंडवाचैनपुर थाना पहुंची और पुलिस अधिकारियों से विचार विमर्श की।
डीएसपी शिवेन्द्र कुमार अनुभवी ने बताया कि फॉरेंसिक टीम ने सैंपल इकठ्ठा किया गया है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। फॉरेंसिक टीम के साथ डीएसपी के अलावा प्रशिक्षु डीएसपी राजीव चन्द्र सिंह, सुनील कुमार, इंस्पेक्टर जय प्रकाश सिंह, थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार मौजूद थे।
लापरवाही में थानाध्यक्ष हो चुके हैं सस्पेंड
नेपाली नाइट गार्ड की नाबालिग बेटी की गैंगरेप के बाद 21 जनवरी को हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद साक्ष्य मिटाने के लिए आनन फानन में उसका शव जला दिया गया। घटना के बाद नाइट गार्ड अपने गांव नेपाल चला गया। करीब बारह दिन बाद मामले में गैंगरेप के बाद हत्या की एफआाईआर दर्ज कराते हुए 11 लोगों को आरोपित किया गया। मामला उजागर होते ही आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू हुई और दो लोगों को पकड़ा गया। इसी बीच थानाध्यक्ष व एक आरोपित के बीच घटना के दिन हुई बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया। एसपी ने मामले में थानाध्यक्ष की लापरवाही मानते हुए उन्हें निलंबित कर दिया। रविवार को एसपी नवीन चंद्र झा ने कुंडवाचैनपुर पहुंच मामले की जांच की।
छापेमारी को गई पुलिस टीम पर किया हमला
गैंगरेप व हत्या मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए डीएसपी शिवेंद्र कुमार अनुभवी के नेतृत्त्व में छापेमारी करने गयी पुलिस टीम पर शनिवार की रात हमला किया गया। आरोपितों के परिजनों ने पुलिस टीम पर मिर्च पाउडर के अलावा ज्वलनशील पदार्थ फेंका, जिसमें तीन पुलिसकर्मी को चोटें आयी। जिन पुलिसकर्मियों को चोटें आयी है उनमें सब इंस्पेक्टर अवधेश शर्मा, हवलदार सुनील कुमार यादव व सिपाही रणवीर कुमार शामिल हैं। इन सभी का इलाज रविवार को ढाका अनुमंडलीय अस्पताल में कराया गया। मामले में सब इंस्पेक्टर अवधेश शर्मा के बयान पर एफआईआर दर्ज कराई गई है।
कांड प्रभावित न हो इसको लेकर पुलिस नामजद व्यक्तियों के नाम को गोपनीय रख रही है। थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने बताया कि मामले में नामजद लोगों पर पुलिस पर हमला करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप है। उन्होंने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की जा रही है।
बिहार का ‘हाथरस कांड’, जानें हैवानियत की घटना के बारे में
नेपाल निवासी नाबालिग के पिता गार्ड का काम करते हैं। 21 जनवरी को दिन में वह बाजार में दुकानों से मजदूरी वसूलने गये। छोटा बेटा भी चाय बेचने चला गया था। घर पर नाबालिग बेटी अकेली थी। गार्ड की पत्नी अपने घर नेपाल गई हुई थी। इस बीच हैवानों ने अकेला पाकर नाबालिग से गैंगरेप के बाद उसकी हत्या कर दी। बच्ची के पिता ने आवेदन में आरोप लगाया कि घटना के बाद बात दबाने के लिए आरोपितों के करीबी हरिकिशोर साह, उमेश साह, विनय साह सहित एक दर्जन के करीब लोग आ गए और चुप रहने का दबाव बनाने लगे। मोबाइल फोन छीनकर पीड़ित बाप और बेटे को घर में ही नजरबंद कर रात होने पर डरा धमका कर शव को जलवा दिया। थानास्तर पर कार्रवाई नहीं होने पर और आरोपितों की धमकी के कारण वह बेटे को लेकर नेपाल चला गया। बीते 02 फरवरी लौटकर आया तो सिकरहना डीएसपी के पास आवेदन दिया। डीएसपी के हस्तक्षेप के बाद 03 फरवरी को मकान मालिक के बेटे विनय साह, दीपक कुमार, देवेंद्र कुमार, रमेश कुमार पर दुष्कर्म और भेद खुलने के डर से हत्या कर देने की एफआईआर दर्ज की गयी। मामले मे लड़की के पिता और नेपाल निवासी ने बारह लोगों पर एफआईआर दर्ज करायी है। कुण्डवा चैनपुर पुलिस ने जिस मकान में लड़की का परिवार रहता है, उसके मकान मालिक सियाराम साह और उसके पुत्र विनय साह को गिरफ्तार कर लिया था।
तेजस्वी ने मोतिहारी की घटना को बताया था बिहार का ‘हाथरस कांड’
बिहार के मोतिहारी में हैवानियत और शव जलाने के इस सनसनीखेज मामले को लेकर बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी राजद ने नीतीश सरकार और पुलिस प्रशासन पर निशाना साधा था। तेजस्वी यादव ने घटना की तुलना करते हुए इसे बिहार का ‘हाथरस’ कांड बताया। तेजस्वी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘बिहार में हाथरस कांड की तरह एक 12 वर्षीय बच्ची की निर्मम हत्या कर उसकी लाश रातों-रात जला दी गई। पिता का कहना है बच्ची के साथ गैंगरेप हुआ। Audio में सुनिए पुलिस अधिकारी कैसे अपराधियों को लाश जलाने की तरकीबें सुझा रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी नाकामयाबियों के सिकंदर बन गए हैं।’