नई दिल्ली। Sadhvi Pragya Thakur: भोपाल की सांसद और अपने विवादित बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाली साध्वी प्रज्ञा को रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति में बतौर सदस्य नामित किया गया है। 21 सदस्यों की इस समिति की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा की जा रही है। साध्वी प्रज्ञा को इस समिति में लिया जाना इस लिहाज से महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि वह मालेगांव बम धमाकों के मामले में अंडर ट्रायल हैं। बता दें कि साध्वी प्रज्ञा मध्यप्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को बड़े अंतर से चुनाव हराकर संसद में पहुंची हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस समिति में फारुक अब्दुल्ला, ए. राजा, मीनाक्षी लेखी, शरद पवार, सुप्रिया सुले, राकेश सिंह, जेपी नड्डा सहित अन्य सदस्यों को जगह मिली है।
साध्वी का विवादित बयानों से रहा है नाता
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का विवादित बयानों से नाता रहा है। अपने बयानों की वजह से कई बार वह सुर्खियों में आ चुकी हैं। जब उन्हें भोपाल लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया गया था उस वक्त उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था। इसके साथ ही उनके द्वारा भाजपा नेताओं पर ‘मारक शक्ति’ इस्तेमाल करने का बयान भी विवादों में रहा था।सांसद बनने के बाद भोपाल में नालियों की सफाई को लेकर भी उन्होंने विवादित बयान दिया था कि वह नालियों की सफाई कराने के लिए सांसद नहीं बनी है। उन्होंने शहीद हेमंत करकरे को लेकर भी विवादित बयान दिया था।
मालेगांव बम धमाके में हैं आरोपी
साल 2008 में मालेगांव में हुए बम धमाकों में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने साध्वी प्रज्ञा को आरोपी बनाया था। उन पर महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट (मकोका) के तहत आरोप दर्ज किए गए थे। हालांकि कोर्ट में यह आरोप खारिज हो गए थे। फिलहाल उन पर गैरकानूनी गतिविधियां (निरोधक) एक्ट के तहत विभिन्न मामलों में मुकदमा चल रहा है।