उत्तर प्रदेश के कासगंज जनपद की अमांपुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक देवेंद्र प्रताप सिंह का सोमवार सुबह हृदयाघात से निधन हो गया। विधायक अपने गांव हाजीपुर में ही उस समय घर पर मौजूद थे। वह सुबह क्षेत्र में निकलने की तैयारी कर रहे थे तभी अचानक तेज सीने में दर्द हुआ और कुर्सी पर बैठ गए।
परिवार के लोग कुछ समझ नहीं पाए। उन्हें तत्काल एटा ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। उनके निधन से भाजपा समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई। भाजपा के जिला अध्यक्ष केपी सिंह ने बताया है कि विधायक देवेंद्र प्रताप सिंह रोजमर्रा की तरह तैयार होकर क्षेत्र की जनता के बीच में जाने की तैयारी कर रहे थे और हृदयाघात से उनका निधन हो गया यह घटना बेहद दुखद है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख प्रकट किया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमांपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक देवेंद्र प्रताप सिंह के निधन पर अत्यंत दुःखद प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिजनों को यह दारुण दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
कल्याण सिंह से साथ रहा राजनीतिक सफर
अमांपुर से विधायक रहे देवेंद्र प्रताप सिंह पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के करीबियों में जाने जाते थे। कल्याण सिंह ने जब भारतीय जनता पार्टी से बगावत कर नई पार्टी बनाई उस वक्त देवेंद्र प्रताप सिंह उनके साथ हो गए। वर्ष 2000 में विधानसभा का उपचुनाव हुआ जिसमें देवेंद्र प्रताप सिंह सोरों विधानसभा क्षेत्र (वर्तमान में अमांपुर सीट) से राष्ट्रीय क्रांति पार्टी के विधायक बनाए गए। कल्याण सिंह ने उनके चुनाव का पूरा प्रबंधन किया। इस उपचुनाव में राष्ट्रीय क्रांति पार्टी से देवेंद्र प्रताप सिंह ने जीत हासिल की। इसके बाद वर्ष 2002 के विधानसभा चुनाव में भी जीत प्राप्त की। कल्याण सिंह भारतीय जनता पार्टी में आए तब देवेंद्र प्रताप सिंह भी भाजपा में शामिल हो गए। उत्तर प्रदेश के 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्हें भारतीय जनता पार्टी से टिकट थमाई गई और उन्होंने फिर जीत का परचम फहराया। उनके निधन की सूचना के बाद पार्टी के उच्च नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।