सोनू पाठक बलिया । नारद राय के उत्पीड़न से जन्मे लक्ष्मण गुप्ता आज जनता की अदालत में सबसे मजबूत उम्मीदवार है । अब मुख्य मुकाबला भाजपा और सपा से होती दिख रही है,लेकिन भाजपा छोड़कर सपा में मंजू सिंह के आने से समीकरण सपा के पक्ष में है ।
मंजू सिंह को भाजपा ने नेताओ ने किया अपमानित
राजपूत समाज में मजबूत पकड़ रखने वाली मंजू सिंह हर वर्ग के लोगो के दुःख – सुख में बराबर शरीक रही और बलिया की जनता के सेवा में लगी रही । लेकिन भाजपा ने दो राजपूत महिलाओं को अपमानित किया उसका जबाब बलिया की जनता देगी ।
मैने अपने समर्थकों से विचार विमर्श के बाद सोचा की बलिया सदर के दबे कुचले समाज और राजनीति में उपेछित लक्ष्मण गुप्ता को हक़ दिलाने के लिए काम करुँगी ।
सपा में मिला सम्मान
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश के नेतृत्व में मंजू सिंह की वापसी हुई । इस मौके पर नीरज शेखर भी उपस्थित थे । मंजू सिंह के सपा में आने से बलिया सदर सहित सभी विधान सभा सीटो पर सपा उम्मीदवारों को लाभ मिलेगा ।
बनिया का सदर विधान सभा में वैश्य 62 हजार मतदाता है जो भाजपा का वोट बैंक माना जाता है जो इस बार नोटबन्दी की मार ने बनियो का कमर तोड़ा है इससे बनिया समाज नाराज है । दूसरी तरफ बनिया उम्मीदवार होने से यह समाज इस सोच से वोट करेगा कि बहुत दिन दूसरों को वोट किया अबकी अपनी बिरादरी को वोट किया जाए । यादव और मुस्लिम वोट सपा का बेस वोट माना जाता है । क्षत्रिय बिरादरी भी बलिया सदर में गुप्ता का साथ दे रही है । पिछड़ी जाति से बलिया सदर का प्रत्याशी है जब कि बसपा और भाजपा ने स्वर्ण उम्मीदवार मैदान में उतारा है इससे पिछड़ी जातियों की बड़ा तबका गुप्ता को वोट देगा । इस समीकरण से समाजवादी उम्मीदवार की जीत आसान दिख रहा है ।