बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर कोरोना संक्रमण को देखते हुए गंगा स्नान पर कासगंज जिला प्रशासन और बदायूं के प्रशासन ने रोक लगाई है। गंगा स्नान से संक्रमण फैलने की आशंका है। जिसके लिए पुलिस को भी जिला प्रशासन ने अलर्ट किया है। गंगा स्नान के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों की चेकिंग भी की जाएगी।
कासगंज जिले में लहरा, कादरगंज, इस्माइलपुर, सोरों स्थित हरिपदी गंगा एवं शहवाजपुर पर गंगा स्नान करने के लिए लोग पहुंचते हैं। इन सभी घाटों पर यहां के जिला प्रशासन ने स्नान पर रोक लगाई है। जबकि बड़ी तादाद में कछला गंगाघाट पर श्रद्धालु स्नान को पहुंचते हैं। यहां बदायूं के प्रशासन ने रोक लगा रखी है और पुलिस व मजिस्ट्रेटों की तैनाती कछला गंगाघाट पर की है।
कछला गंगाघाट पर उमड़ती है अधिक भीड़
कासगंज, सिकंदराराऊ, हाथरस और इसके आसपास के इलाकों के अलावा राजस्थान, मध्यप्रदेश के श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में गंगा स्नान के लिए पहुंचते हैं। कछला गंगाघाट पर अधिक भीड़ की आशंका को देखते हुए मजिस्ट्रेटों की तैनाती की है। इसके अलावा बरेली-मथुरा हाईवे पर चेकिंग के लिए पुलिस पिकेट लगाई गई हैं।
कासगंज के जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण गंगा स्नान पर रोक रहेगी। लोग गंगा स्नान को न पहुंचें। प्रशासन का सहयोग करें। जो लोग जबरदस्ती गंगा स्नान के लिए घाटों पर जाएंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। जिले में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है।
कासगंज: तीर्थनगरी सोरों में आने वालों को लानी होगी कोरोना निगेटिव रिपोर्ट, डीएम ने जारी किया आदेश
सोरों में आने वाले श्रद्धालुओं को 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट लानी होगी, तभी प्रवेश मिल सकेगा। यह आदेश जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने मंगलवार को जारी किया। जिले में धारा 144 लागू करने के आदेश जारी किए गए हैं, जो 15 जुलाई 2021 तक प्रभावी रहेंगे।