गाजियबााद के हिंडन एयरबेस के बाद शुक्रवार सुबह बरेली के एयरफोर्स स्टेशन से ऑक्सीजन का खाली टैंकर कर एयरलिफ्ट कर रांची भेजा गया। डेढ़ घंटे में ऑक्सीजन का खाली टैंकर रांची पहुंच गया। लिक्विड ऑक्सीजन लेकर टैंकर ट्रेन और सड़क मार्ग से आएंगे। एक दिन पहले रक्षा मंत्रालय ने त्रिशूल से ऑक्सीजन टैंकर को एयरलिफ्ट करने की अनुमति दे दी थी। गुरुवार को ही एयरफोर्स का विमान सी-17 ग्लोबमास्टर बरेली पहुंच गया था। रात में एयर लिफ्ट कराने की तैयारी थी। मौसम खराब होने की वजह से गुरुवार रात को ऑक्सीजन टैंकर को एयरलिफ्ट नहीं कराया गया। शुक्रवार सुबह छह बजे विमान त्रिशुल से 24 टन ऑक्सीजन का खाली लेकर रांची के लिए उड़ गया। सुबह 7.30 बजे जहाज रांची पहुंच गया।
आपको बता दें कि बरेली के अस्तपतालों में कोविड मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आसपास के जिलों के साथ दूसरे प्रदेशों के कोविड मरीज भी बरेली के अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। ऑक्सीजन की मांग बढ़ रही है। प्रशासन को ऑक्सीजन का इंतजाम करने में काफी दिक्कत भी आ रहीं हैं। ऑक्सीजन टैंकरों की कमी ने मुश्किल और बढा दी हैं। रक्षा मंत्रालय ने बरेली के एयरफोर्स स्टेशन ने ऑक्सीजन टैंकरों को एयरलिफ्ट कराने की अनुमति दी थ्दी। शुक्रवार को सी-17 ग्लोबमास्टर विमान बरेली से खाली ऑक्सीजन टैंकर लेकर बोकारो पहुंच गया है।
आपात स्थिति में विमान लाएगा ऑक्सीजन भरे टैंकर
बरेली के अस्पतालों में अगर ऑक्सीजन का संकट पैदा हुआ तो टैंकर विमान से एयरबेस पहुंचेंगे। यहां से प्लांट के जरिए रिफलिंग करके अस्पतालों में भेजे जाएंगे।
बरेली के डीएम नितीश कुमार ने बताया, सुबह एयरबेस से ऑक्सीजन के खाली टैंकर को एयरलिफ्ट कराया गया। ऑक्सीजन टैंकर सुबह 7.30 बजे रांची पहुंच गया।