देश में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 83 दिनों के निचले स्तर पर पहुंच गई है। फिलहाल कुल सक्रिय मामले 6,12,868 रह गए हैं। इससे पहले 1 अप्रैल को 6,10,929 सक्रिय मामले थे। तब से आंकड़ों में लगातार इजाफा हुआ था और 9 मई को यह 37 लाख के पार पहुंच गए थे। हालांकि तभी से गिरावट का दौर जारी है और उस पीक से तुलना करें तो एक्टिव केसों की संख्या में 80 फीसदी तक की कमी आई है। बीते 24 घंटों में 51,667 नए केस मिले हैं, जबकि 64,527 लोग कोरोना से रिकवर हुए हैं। एक तरफ नए केसों में कमी, रिकवरी में तेजी और वैक्सीनेशन के गति पकड़ने के चलते यह स्थिति पैदा हुई है।
यह लगातार ऐसा 43वां दिन है, जब नए केसों के मुकाबले रिकवर होने वाले लोगों की संख्या अधिक है। गुरुवार को देश भर में 60.73 लाख लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए। इसके साथ ही कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा 31 करोड़ के करीब पहुंच रहा है। देश में अब तक 2,91,28,267 लोग कोरोना से अपनी जंग जीत चुके हैं। इसके साथ ही देश में रिकवरी रेट तेजी से बढ़ते हुए 96.66% हो चुका है। इसके अलावा वीकली पॉजिटिविटी रेट भी तेजी से घटते हुए 3 फीसदी पर आ गया है। यही नहीं डेली पॉजिटिविटी रेट तो 3 फीसदी से भी कम होते हुए 2.98% पर आ गया है।
बता दें कि देश में कोरोना की दूसरी लहर तेजी से ढलान की ओर है। लेकिन अब डेल्टा प्लस वैरिएंट के चलते चिंताएं बढ़ गई हैं। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में इसके मामले बढ़े हैं। ऐसे में एक बार फिर खतरा बढ़ गया है और इस नए वैरिएंट के चलते कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। कई रिपोर्ट्स में तो यह भी दावा किया गया है कि यह वैरिएंट टीकों के बाद भी शिकार बना सकता है। ऐसे में अब भी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी हो गया है।