यूपी के कानपुर के जाजमऊ इलाके में 6 मंजिला निर्माणाधीन इमारत ढह गई। इस हादसे में अब तक 9 मजदूरों की मौत हो चुकी है। सपा नेता महताब आलम और ठेकेदार के खिलाफ दर्ज कर ली गई है। पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है
वहीं मलबे से 17 घायलों का निकाला गया है। 23 ज्यादा मजदूर अभी भी मलबे में दबे हैं। जिनमें से करीब आधा दर्जन मजदूरों की हालत चिंताजनक है। इमारत के मलबे में अब भी 23 से ज्यादा मजदूरों के दबे होने की आशंका है और ऐसे में हताहतों की संख्या बढ़ सकती है। घटनास्थल पर एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव के काम में जुटी हैं।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, यह इमारत समाजवादी पार्टी के नेता महताब आलम की है, जो कि फरार बताए जा रहे हैं। वहीं कानुपर के डीएम कौशलराज शर्मा ने कहा कि इस इमारत के मलबे में कई मजदूर फंसे हो सकते हैं। घटना की मजिस्ट्रेटी जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कानपुर पुलिस के डीआईजी राजेश मोदक ने बताया कि केडीए कालोनी में 7 मंजिला भवन का निर्माण हो रहा था। हादसे के वक्त इमारत में काम कर रहे मजदूर मलबे में दब गए। उन्होंने बताया कि अभी तक सात मजदूरों के शव बाहर निकाले गए है और करीब 17 घायल मजदूरों को मेडिकल कालेज के हैलट अस्पताल और काशीराम ट्रामा सेंटर भेजा जा चुका है। हताहतों में कुछ महिलाएं भी शामिल हैं।
डीएम ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच कराने की बात भी कही है। उन्होंने माना कि इमारत का मलबा साफ करने में अभी काफी समय लग सकता है। मलबे में फंसे मजदूरों को निकालने में सेना और पुलिस के जवानों को भी लगाया गया था। उन्होंने कहा कि यह पता लगाने की भी कोशिश की जा रही है इस इमारत के निर्माण के लिए केडीए से नक्शा पास कराया गया था या नहीं।